शीला हत्याकांड में भतीजा और जेठानी गिरफ्तार
झांसी। बबीना के शनिदेव मंदिर के पीछे तालाब किनारे मिली मृत वृद्धा शीला देवी के शरीर पर चोटों के निशान व हाथ बंधे होने से स्पष्ट था कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर विवेचन शुरू करते हुए हर बिंदु पर जांच पड़ताल की। पुलिस को खून से सनी मिली जींस की पेंट ने शीला हत्या कांड का पर्दाफाश कर दिया। उसकी हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके भतीजे और जेठानी ने मिलकर अपमान का बदला लेने के लिए कर दी थी। पुलिस ने हत्यारोपी पुत्र ओर मां को गिरफ्तार करते हुए घटना में प्रयुक्त हशिया बरामद कर लिया है।
11 नवंबर को बबीना थाना क्षेत्र के जंगल में शनिदेव मंदिर के पीछे तालाब किनारे लापता वृद्धा शीला देवी पत्नी गणेश रायकवार निवासी मुखिया नगर बबीना की रक्तरंजित लाश मिली थी। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। एसएसपी के निर्देशन पर बबीना थाना पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए खून से सनी जींस पेंट बरामद की थी। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर विवेचना शुरू की।
इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि यह जींस की पेंट गणेश के भतीजे बृजलाल रायकवार की है। जिससे दस दिन पूर्व ट्रेक्टर निकालने को लेकर विवाद हुआ था और उसने गणेश व परिवार के लोगों को देख लेने की धमकी दी थी। पुलिस ने बृजलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या का जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि दस दिन पूर्व ट्रेक्टर निकालने को लेकर विवाद हुआ था। जिसमें चाची शीला देवी और उसके परिजनों ने गांव वालों के सामने उसकी मां को गालियां देते हुए अपमानित किया था।
उसने बताया कि इसी अपमान का बदला लेने का निर्णय लिया। दस नंबर को शीला देवी अपने हाथ में हाशिया लेकर खेत पर जा रही थी तभी उसके साथ बृजलाल और उसकी मां मीरा देवी भी बात चीत करते करते खेत के पास पहाड़िया पर पहुंचे जहां पहले उन्होंने साड़ी से शीला देवी के हाथ बांधे और फिर हसिया से उस पर कई बार कर उसकी हत्या कर दी। बृजलाल ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद वह अपने घर आया और खून से सनी शर्ट धो ली थी, जब वह पेंट धोने बैठा तभी उसके चाचा गणेश ने उसे आवाज लगाकर चाची को ढूंढने जाने की बात कही और वह पेंट बिना धोएं चाची को ढूंढने चला गया व देर रात घर आकर सो गया। पुलिस ने बृजलाल ओर उसकी मां के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया है।












