ओरछा मप्र। बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय साथ अशोक सक्सेना, रघुराज शर्मा, हनीफ खान आदि बुन्देली योद्धाओं ने मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री के ओरछा आगमन पर रैली स्थल पर काले झंडे दिखाने का प्रयास किया परन्तु पुलिस ने ओरछा के गेट के पास रोक लिया। आक्रोशित मोर्चा अध्यक्ष ने वही काला झंडा दिखा कर नारे बाजी कर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन करते समय भानू सहाय ने कहा कि ओरछा में लगभग सौ करोड़ रुपए की सरकारी भूमि का घोटाला नेताओं एवं अधिकारियों के संरक्षण में हुआ हैं। मण्डल आयुक्त, व जिला अधिकारी के संज्ञान में आने के बाद भी लचर कार्यवाही की हैं। भानू सहाय ने मीडिया कर्मियों को बताया कि उक्त प्रकरण अपर आयुक्त जाँच लचर कराई तथा 24 जुलाई 25 को इस जमीन को वापस ‘सरकारी’ दर्ज तथा चिन्हित भूमि का कब्जा करने का आदेश पारित प्राप्त किया तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ 15 दिन के अन्दर एफ0आई0आर0 दर्ज कर रिपोर्ट निवाड़ी एस0डी0एम0 से मांगी। पर धीमी प्रक्रिया अपनाई गई।
उक्त आदेश के अनुपालन में एस0डी0एम0 निवाड़ी ने सम्भवतः उक्त पूरी जमीन ‘सरकारी’ दर्ज करा दी गयी है परन्तु दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों को चिन्हित नहीं किया जा सका है। अर्थात अपर आयुक्त महोदय के आदेश 24 जुलाई 25 का अक्षरशः अनुपालन निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी नहीं हुआ है। उक्त आदेश के क्रम में चिन्हित भूमि का कब्जा भी शासन (प्रशासन) द्वारा नहीं लिया गया है।
उन्होंने कहा कि भगवान राम की नगरी जहाँ के राजा एवं पूर्ण रूप से मालिक ‘रामराजा सरकार’ हैं, उस धरती का अवैध रूप से दोहन हम बुन्देलखण्ड वासियों को बर्दाश्त नहीं है। मुख्यमंत्री से मांग की गई कि अवैध रूप से विक्रीत उक्त भूमि का भौतिक कब्जा भी वर्तमान मध्य प्रदेश सरकार लेकर इसके अवैध दोहन पर रोक लगायें। अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।