झांसी। मेंहदी बाग स्थित श्री रामजानकी मंदिर मानस भवन में चल रही श्रीमद भागवत के पंचम दिवस का प्रसंग सुनाते हुए श्रीधाम वृंदावन से पधारे कथा व्यास हरिवंश दास ने पंचम दिवस गोवर्धन पूजा,माखन चोरी सहित भगवान कृष्ण की वाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि सिर्फ बुराईयों के रहते ही मनुष्य राक्षस नहीं बनता बल्कि अच्छाईयों के साथ साथ हर जगह सफलता का अहंकार भी मानव को दानव बना देता है।

उन्होंने कहा कि बुराईयों से जीवन में कभी समझौता नहीं करना चाहिए क्योंकि बुराईयां हमें पतन की ओर ले जाती हैं।यही कारण है कि सतोगुणी लोग ऊपर उठाते हैं और तमोगुणी व्यक्ति रसातल की ओर चला जाता है। वे कहते हैं कि जिसकी दृष्टि ठीक है उसकी सृष्टि भी सुंदर होती है।पूतना के उद्धार का प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि पूतना भले ही भगवान को मारना चाहती थी पर उसने प्रभु को दूध पिलाया इसलिए प्रभु ने पूतना को मां की गति प्रदान कर अपने धाम भेजा दिया।

गोवर्धन पूजा का प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने कहा कि एक ओर भगवान ने इंद्र का घमंड तोडा है तो दूसरी ओर उन्होंने पर्वत पर खडे पेड़ पौधों का पूजन कराकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया । सुमधुर भजन [कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे लताओं मैं ब्रज की गुजारा करेंगे] ,गोवर्धन महाराज,ब्रज परिक्रमा के भी सुंदर भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को नाचने पर मजबूर कर दिया।

प्रारंभ विभाग प्रचारक मनोज, संघ के पूर्वी क्षेत्र सह कार्यवाह अनिल श्रीवास्तव, mlc डॉ बाबूलाल तिवारी, अजय द्विवेदी,अवधेश निरंजन ,राज्य कर्मचारी परिषद के राजेश तिवारी ,सागर भट्ट, दतिया से केशव पुरोहित, अनिल अडजरिया, राजकुमार गोस्वामी, सेठ जौहरी आदि ने व्यास पीठ का पूजा किया एवं कथा व्यास का माल्यार्पण कर श्रीमद भागवत पुराण की आरती उतारी।अंत में अंचल अडजरिया ने आभार व्यक्त किया।