झांसी। नार्थ सेण्ट्रल रेलवे मजदूर संगठन (एनसीआरएमएस) इलाहाबाद के कथित पदाधिकारियों के नार्थ सेण्ट्रल रेलवे मैन्स यूनियन में विलय करने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। एनसीआरएमएस के संस्थापक अध्यक्ष आरडी शर्मा ने इस सोची समझी राजनीति के तहत भ्रामक प्रचार निरूपित कर कथित पदाधिकारियों को यह प्रमाणित करने की चेतावनी दी है कि वह साबित करें कि एनसीआरएमएस के कभी पदाधिकारी थे।
एनसीआरएमएस के संस्थापक अध्यक्ष आरडी शर्मा द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि एनसीआरएमयू द्वारा इलाहाबाद के जेपी यादव को एनसीआरएमएस का संस्थापक व वीके यादव को मण्डल मंत्री व अन्य को एनसीआरएमएस का पदाधिकारी बता कर एनसीआरएमयू में विलय करना बताया गया है। उन्होंने इसे भ्रामक व रानीति से प्रेरित निरूपित करते हुए अवगत कराया है कि उक्त सभी एनसीआरएमएस के कभी साधारण सदस्य तक नहीं रहे, संस्थापक सदस्य होना तो दूर की बात है। इसी प्रकार वीके यादव व इन्द्रपाल यादव कभी भी पदाधिकारी नहीं रहे हैं। अगर रहे हैं तो इसकी प्रमाणिकता जारी करें। उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि जातिगत आधार पर राजनीति करने वाले तीनों मैंस यूनियन के पदाधिकारी के रिश्तेदार हैं और सर्व प्रथम एनसीआरएमयू से अलग हुई यूनियन एनसीआरडब्लूयू में शामिल हुए। वहां विवाद के चलते एनसीआरएमएस में बतौर कार्यकर्ता बन कर आए थे और मैंस यूनियन ने सोची समझी शैली की तरह पुन: वापस पहुंच गए व रेल कर्मचारियों को गुमराह करने के लिए भ् ा्रामक प्रचार कर रहे हैं।