कोविड-19 संक्रमितों की मौतों का ऑडिट तथा एल-1 इकाई के उच्चीकरण के लिए आई प्रदेश स्तर की टीम ने जनपद की स्थिति पर की समीक्षा

एक सप्ताह तक जनपद में रहकर अब तक किए गए कार्य में सुधार के लिए करेंगे कार्य

झांसी। बुंदेलखण्ड विश्व विद्यालय के गांधी सभागार में आज रविवार को जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी की उपस्थिती में प्रदेश स्तरीय टीम द्वारा जनपद की स्थिति पर समीक्षा बैठक की गयी। प्रदेश स्तर से दो सदस्यी डॉ॰ एस के अग्रवाल आचार्य सीवीटीएस एसजीपीजीआई व डॉ॰ विकास सिंघल, संयुक्त निदेशक मलेरिया, स्वास्थ्य विभाग, लखनऊ टीम ने कोविड-19 के मौजूदा हाल पर चर्चा की, जिलाधिकारी ने उन्हें जिला की स्थिति के बारें में अवगत कराया।
यह टीम मुख्य रूप से जनपद में हुई कोविड-19 संक्रमितों की मौतों का ऑडिट तथा एल-1 इकाई के उच्चीकरण के लिए आई है। आगामी एक हफ़्ते तक जनपद में रहकर यह टीम जहां भी कमियाँ हैं उनका मूल्यांकन कर उनके सुधार के लिए कार्य करेंगी। जनपद में एल-2 इकाई नहीं है जिसके लिए रेलवे के अस्पताल का उच्चीकरण किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने डाटा के माध्यम से पिछले वर्ष और इस वर्ष हुयी मौतों के बारें में बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जनवरी से अभी तक जनपद में मृत्यु दर कम हुई है।
डॉ॰ विकास सिंघल ने बताया कि इसके पीछे का कारण लोगों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता, व लॉकडाउन भी है जिसमें लोगों का बाहर आना जाना कम हुआ है।
डॉ॰ सिंघल ने बच्चों और बूढ़ों को इस समय घर पर रहने की सलाह दी, उन्होने कहा कि जिन लोगों को संक्रमण का खतरा ज्यादा है, वह लोग घर पर ही रहे तो बेहतर है।
जिलाधिकारी ने जनपद में एल-2 इकाई, बजट, और मानव संसाधन की मांग की। उन्होने जनपद में 20 लैब टेक्नीशियन, 4 अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, व 30 डाटा इंट्री ऑपरेटर के लिए डिमांड की है।
डॉ एस के अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज में जल्द ही प्लाज्मा कलेक्शन शुरू किये जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जो कोरोना से ठीक हो गए हैं वह अपना प्लाज्मा डोनेट करने हेतु आगे आएं ताकि अन्य लोगों को और उनके जीवन को सुरक्षित किया जा सके। इस मौके पर सीडीओ निखिल टीकाराम फुंडे, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज साधना कौशिक, सीएमओ डॉ गजेंद्र कुमार निगम सहित अन्य अधिकारी होटल व्यवसायी उपस्थित रहे।