झाँसी – बबीना के मध्य तीसरी लाइन के संचालन को CRS की संस्तुति का इंतजार

बिरलानगर से रायरू के मध्य तीसरी लाइन पर डीजल लोको से सफल परीक्षण

झाँसी – मानिकपुर खंड पर गति किमी प्रति घंटा हुई

झांसी। उमरे झांसी मंडल के मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर ने झांसी रेल मंडल की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए बताया कि बहुप्रतीक्षित सीपरी बाज़ार स्थित रोड ओवर ब्रिज के कार्य में भी गति आई है, 36 मीटर स्पान हेतु गर्डर साईट पर पहुँच चुके हैं, 50 मीटर स्पान हेतु गर्डर एक हफ्ते तक साईट पर पहुँच जायेंगे I उन्होंने आशा जताई कि गर्डर लौंच करने हेतु CRS अनुमति अगस्त माह में ही प्राप्त हो जाएगी I तदुपरांत सड़क निर्माण आदि कार्य सितम्बर से नवम्बर के मध्य पूर्ण किये जाने का लक्ष्य है I

webex के माध्यम से ऑनलाइन प्रेसवार्ता में मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि झाँसी – बबीना के मध्य तीसरी लाइन का संचालन CRS की संस्तुति के पश्चात चालू कर दिया जाएगा।
झाँसी मानिकपुर खंड पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग व्यवस्था संस्थापित की जा चुकी है, टोकनलेस व्यवस्था से उक्त खंड में 15 किमी प्रति घंटा के गति प्रतिबन्ध को बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटा हो गया है I
बिरलानगर से रायरू के मध्य 8.29 किमी खंड तीसरी लाइन पर डीजल लोको से सफल परीक्षण किया गया I रायरू से बानमोर के बीच भी तीसरी लाइन का परीक्षण शीघ्र ही किया जायेगा I

उन्होंने मण्डल स्तर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बी.डी.यू ) एवं माल लदान बढ़ाने के बारे में मंडल द्वारा किये जा रहे प्रयासों की चर्चा की और लॉकडाउन पीरियड में मंडल द्वारा किये गए समय सदुपयोगी कार्यों के बारे में भी जानकारी दी I मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि भारतीय रेल माल लदान को वर्ष 2024 तक दोगुना करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर काम कर रही है। इसे प्राप्त करने के लिए भारतीय रेल गैर थोक वस्तुओं के परिवहन में बड़े पैमाने पर प्रवेश करने के साथ-साथ कोयला, पीओएल, स्टील, सीमेंट, लौह अयस्क, खाद्यान्न, उर्वरक जैसी पारंपरिक वस्तुओं की ढुलाई में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिये प्रयास कर रही है। नान बल्क या ग़ैर थोक सामग्रियां मुख्यतः सड़क मार्ग से परिवहित होती है, और इस वृहद क्षेत्र में रेलवे के लिए बड़ा अवसर है जिसे एक उपयुक्त व्यवसायिक मॉडल को अपनाकर अपने पक्ष में किया जा सकता है। मंडल के विभिन्न स्थानों से बलास्ट की लोडिंग की जाती है इस हेतु सड़क परिवहन का बहुतायत उपयोग किया जाता है इसको रेलवे के द्वारा करने हेतु मंडल निरंतर प्रयासरत है. रेल के माध्यम से इन वस्तुओं का परिवहन न केवल सस्ता होगा, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होगा।
इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से मण्डल स्तर पर एक बहु-विषयक बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बी.डी.यू ) विकसित किया गया है ।

नवगठित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों, गुड्स शेड में सुधार, माल ढुलाई प्रोत्साहन योजनाएँ आदि के माध्यम से नए माल यातायात का लदान प्रारम्भ किया है। मण्डल स्तर पर गठित बिजनेस डेवलप्मेंट यूनिटों द्वारा भावी ग्राहकों के साथ निरंतर बातचीत के माध्यम से उनकी आवश्यकता को समझने का प्रयास किया जा रहा है और फिर व्यावहारिक समाधान के साथ उपलब्ध अवसर को लोडिंग में परिवर्तित किया जा रहा है। रेल से माल परिवहन के क्षेत्र में रेलवे ने बहुत प्रोत्साहनों की घोषणा की है जिसमे खुले वैगनों में फ्लाई ऐश के परिवहन पर दी जाने वाली सब्सिडी सबसे नई योजना है।
पावरहाउस आदि में कोयले के जलने से बायप्रोडक्ट के रूप में उत्पन्न फ्लाई ऐश का रेल से परिवहन को बढ़ावा देने के लिये ; ओपन वैगन के माध्यम से फ्लाई-ऐश के परिवहन पर रेल मंत्रालय द्वारा 40% सब्सिडी की घोषणा की गई है। यह कदम फ्लाई ऐश से ईंट निर्माण और अन्य उपयोग की इनपुट लागत को कम करने में मदद करेगा और सड़क माध्यम के मुकाबले रेल द्वारा परिवहन पर्यावरण के अनुकूल भी होगा। उत्तर मध्य रेलवे ने बड़े लोडरों के लिए रियायती स्टेशन से स्टेशन टैरिफ (एसटीएस) भी लागू किया है और इसी क्रम मे आईटीसी द्वारा डबरा से और दतिया से उसके भोपाल प्लांट तक लोडिंग के एक प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया गया है और वर्तमान माह में लोडिंग शुरू होने की भी उम्मीद है।
श्री माथुर ने बताया कि माल लदान में बढ़ोतरी की श्रंखला में रायरू एवं मोरेना से बांग्लादेश के लिए भी रैक बुक किये गए है I पहले हमारे द्वारा यात्री सुविधाओं को अधिक प्राथमिकता दी जाती रही परन्तु वर्तमान स्थिति में रेल प्रशासन द्वारा माल भाड़ा ग्राहक सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है, इस हेतु हेल्प लाइन की भी शुरुवात की गयी है जिसका मोबाइल नंबर 97948 31249 है, इस नंबर पर 24 X 7 माल यातायात सम्बन्धी जानकारी किसी भी समय प्राप्त की जा सकती है I माल भाड़ा व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वाणिज्य एवं यातायात निरीक्षकों की एक टीम का गठन किया गया है I जो मार्किट के उतार चढ़ाव की समीक्षा करेगी तथा डाइवरटेड यातायात को पुन: रेल कि और खेंचने का प्रयास करेगी I
माल भाड़ा ग्राहकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से एक ब्रोशर तैयार किया गया है, जिसमे नवीनतम पालिसी के मुख्य बिंदु, सभी माल गोदाम हेतु एप्रोच रोड का नक्शा, भाडे की गढ़ना हेतु QR कोड, नवीनतम परिपत्र प्राप्त करने हेतु QR कोड आदि आवश्यक सूचनायें उपलब्ध है I
माल गोदामों के विकास हेतु प्रथम चरण में रायरू, दतिया तथा भीमसेन माल गोदाम को चिन्हित किया गया है, इन माल गोदाम में उजाले का स्तर बढाने, पीने के पानी की उचित व्यवस्था तथा साज सज्जा किया गया मर्चेंट रूम की व्यवस्था की जा रही है I इसके अतिरिक्त टीकमगढ़ स्टेशन को लदान हेतू खोले जाने पर भी विचार किया जा रहा है I
उपरोक्त के अतिरिक्त श्री माथुर जी द्वारा अन्य विकास कार्यों पर नवीनतम जानकारी भी साझा की गयी
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नवीन दीक्षित द्वारा भी माल लदान बढ़ोतरी हेतु किये जा रहे प्रयासों तथा माल भाड़ा ग्राहक को उपलब्ध सुविधाओं के उच्चीकरण से सम्बंधित प्रयासों से पत्रकारों को अवगत कराया I