बी यु में वृक्षारोपण अभियांत्रिकी, पर्यावरण, कृषि विभाग एवं एन सी सी के छात्रों का रहा सहयोग
झांसी। सम्पूर्ण भारत वर्ष में भारतवर्ष के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सेवा, स्वच्छता, वृक्षारोपण आदि कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में कुलाधिपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय आनंदीबेन पटेल, राज्यपाल उत्तर प्रदेश के आवाहन एवं कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जे वी वैशंपायन की प्रेरणा से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान एवं प्रोजेक्ट टेक्यूप (TEQIP) द्वारा प्रायोजित वृहद पीपल वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें कृषि विभाग, पर्यावरण विभाग एवं एन सी सी के छात्रों ने सहयोग किया. कार्यक्रम में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के नवीन परीक्षा भवन परिसर में लगभग 100 से अधिक पीपल वृक्षों का रोपण किया गया. मुख्य अतिथि कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रोफेसर जी वी वैशम्पायन ने अपने उद्बोधन में कहा की पीपल एक अनोखा वृक्ष है एवं इसके फायदे अन्य वृक्षों की तुलना में अधिक हैं. पीपल का वृक्ष भारतीय संस्कृति का आधार स्तम्भ है. वृक्ष वातावरण को शीतल करने के साथ स्वच्छ वायु भी प्रदान करते हैं. भविष्य में परीक्षा भवन में आने वाले विद्यार्थियों के लिए यही वृक्ष संजीवनी का काम करेंगे. उन्होंने कहा विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण में अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को समझता है. कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा. अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक एवं टीक्यूआईपी के प्रोजेक्ट इंचार्ज प्रोफेसर एस के कटियार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के सहायक आचार्य डॉ अनुपम व्यास ने किया.इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव नारायण प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव, एनसीसी कोऑर्डिनेटर प्रो सुनील कुमार कबिआ, प्रो. सी बी सिंह, प्रो. वी के सहगल, प्रो. प्रतीक अग्रवाल, डॉक्टर मुन्ना तिवारी, इंजीनियर बृजेंद्र शुक्ला, डॉक्टर शुभांगी निगम, डॉक्टर एपीएस गौर, इंजी विशाल आर्या, डॉ जाकिर अली, डॉ सादिक खान, इंजी महेंद्र कुमार, डॉ रजीत सिंह, इंजी राजेश वर्मा, इंजी लाखन सिंह, शशिकांत वर्मा इंजी बीवी निरंजन, विजय वर्मा, इंजी दिनेश द्विवेदी, इंजीनियर रवि कुमार, डॉ संतोष पाण्डेय, डॉ विनीत कुमार एवं समस्त अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के शिक्षक उपस्थित रहे।