– शिक्षा के साथ कौशल का हुनर सफलता की पहचान- अंशुल विद्यार्थी

झांसी। उच्च शिक्षण संस्थान केवल डिग्री प्रदान करने वाले केंद्र ना बन जाए इसके लिए कौशल विकास एवं व्यक्तित्व निर्माण संबंधित कार्यक्रम होना अति आवश्यक है। उक्त विचार अभाविप के प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित हुनर बाज कार्यक्रम में व्यक्त किए। वे मुख्य अतिथि के रूप में अधिष्ठाता छात्र कल्याण बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय कला मंच अभाविप द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किए जा रहे हैं कौशल विकास कार्यक्रम हुनर बाज के अंतर्गत प्रतियोगिता में शामिल छात्रों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई का पात्र हैं।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश राजश्री टंडन मुक्त विवि प्रयागराज, झांसी की क्षेत्राधिकारी डॉ रेखा त्रिपाठी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। उन्होंने कार्यक्रम के अंत में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हुनरबाजो का हुनर देखकर वह विस्मित हैं। हुनरबाज कार्यक्रमों की श्रंखला में न्यूज रीडिंग,काव्य पाठ एवं एंकरिंग की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।

विभिन्न प्रतियोगिताओं में निर्णयक के रूप में डॉ शिल्पा मिश्रा, डॉ फुरकान मलिक, डॉक्टर अंकिता जैस्मिन लाल, डॉ अतुल गोयल, डॉ राघवेंद्र दीक्षित, डॉ उमेश शुक्ला, गोविंद यादव ने सहभागिता की। इस अवसर पर अभाविप झांसी विभाग संगठन मंत्री अकाश कुशवाहा, संयोजक डॉ कौशल त्रिपाठी, आयोजन सचिव डॉ शंभूनाथ सिंह, सह संयोजक डॉ शिविका भटनागर, डॉ शिखा सोनी, डॉ रजत कंबोज के साथ हुनरबाज टीम के दिव्यांशी पुरोहित, जया व्यास, अंशिका बोहरे, पायल जैन, अजय कुमार, शिवांश झा, शिवम पटेल, श्रेया, अपूर्वा, अनिल पस्तोर, इशिका, खुशबू मिश्रा, सुजैन खान, स्मारिका, रोशनी कंचन, तनु तोमर, चाहत, सृष्टि तिवारी, आदित्य कनौजिया, पुष्पेंद्र और प्रज्ञा सुमन छात्र उपस्थित रहे।