विद्यार्थी अपने माता पिता, गुरुओं और बड़े बुजुर्गों का आदर और सम्मान करें : प्रो. पुनीत बिसारिया

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के वृंदावनलाल वर्मा सभागार में सत्य सनातन संस्कृति मंच न्यास भारत द्वारा सनातनी जीवन मूल्यों के संवर्द्धन तथा माता पिता, गुरुओं और बुजुर्गों के आदर और सम्मान के लिए कृत संकल्पित होने हेतु सभी विद्यार्थियों के लिए शपथ कार्यक्रम का आयोजन कला संकाय के अधिष्ठाता डीन आर्ट्स तथा हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ० पुनीत बिसारिया के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर प्रोफेसर पुनीत बिसारिया ने मातृपितृ भक्त बालक श्रवण कुमार के सनातनी संस्कारों के संवर्द्धन के लिए काम कर रहे सत्य सनातन संस्कृति मंच के प्रयासों की सराहना की तथा विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे शपथ लें कि अपने माता पिता को पूर्ण आदर देंगे, उन्हें कभी भी वृद्धाश्रम में नहीं छोड़ेंगे और गुरुओं एवं अपने से बड़ों के प्रति कभी भी कटु वचनों का प्रयोग नहीं करेंगे।

मंच के राष्ट्रीय महासचिव सचिव डॉ रामशंकर भारती ने मंच के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा मंच का एकमात्र उद्देश्य भारतीय जीवन मूल्यों का संवर्धन संरक्षण करते हुए समाज में वृद्धाश्रमों की कुप्रथा को समाप्त करना है। न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम शरण नायक ने विद्यार्थियों को सनातनी संस्कारों की शपथ दिलाई। इस अवसर पर प्रो० मुन्ना तिवारी, डॉ श्रीहरि त्रिपाठी, डॉ नवीन चन्द पटेल, डॉ बिपिन प्रसाद, डॉ० सुनीता वर्मा, डॉ सुधा दीक्षित, डॉ प्रेमलता, डॉ राघवेन्द्र कुमार द्विवेदी, डॉ रेनू शर्मा, डॉ रामनरेश देहुलिया एवं मंच के मनोनयन प्रकोष्ठ के प्रादेशिक अध्यक्ष देव नायक आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सत्य सनातन संस्कृति मंच साहित्य प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ० निहाल चंद्र शिवहरे ने आभार व्यक्त किया।