• महिला के शरीर के अंदरूनी हिस्से में रुई व पटटी का पैड छोड़ टांके लगाए!
    झांसी। जिला महिला अस्पताल में महिला के प्रसव के बाद रक्त स्त्राव को रोकने के लिए अंदरूनी हिस्से में रुई की पटटी के पैड को रख कर लापरवाह स्टाफ नर्स भूल गयी और टांके लगा दिए। इस लापरवाही के चलते महिला असहनीय दर्द से परेशान रही और उसकी जान पर आफत बन आयी। इस लापरवाही की शिकायत पीडि़ता के पत्रकार पति ने झांसी मीडिया क्लब के प्रतिनिधि मण्डल के साथ स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से करते हुए आरोपी लापरवाह स्टाफ को निलम्बित करने की मांग की। इस प्रकरण में सीएमएस महिला अस्पताल द्वारा आरोपी स्टाफ का एक वर्ष का इन्क्रीमेण्ट रोक कर जांच के आदेश दे दिए हैं।
    बताया गया कि कि पत्रकार अतुल वर्मा की पत्नी राखी आर्या का प्रसव जिला महिला अस्पताल में 10/11 फरवरी की रात्रि को 1.50 बजे हुआ था। प्रसव के बाद रक्त के स्राव को रोकने के लिए अंदरूनी हिस्से में रुई और पट्टी का एक पैड रखा गया था, किन्तु जब टांके लगाए गए तो लापरवाही के चलते शरीर के अन्दरूनी हिस्से में रखे उस पैड को नहीं निकाला गया। टांके लगने के बाद वह पैड 8 दिनों तक महिला के अन्दरूनी हिस्से में रखा रहा। इसके कारण महिला के असहनीय दर्द शुरू हो गए। परेशान होकर पीडि़ता को लेकर परिजन 18 फरवरी को शाम के समय एक प्राइवेट डॉक्टर के पास पहुंचे। डाक्टर ने जब जांच की तो उक्त लापरवाही प्रकाश में आयी। पीडि़ता राखी आर्या ने यह भी बताया कि टांके लगाते समय शोभना नाथ नामक महिला कर्मचारी मौजूद थी। वह मोबाइल में गाने सुन रही थी और बदतमीजी के साथ बात कर रही थी। इस पर अतुल वर्मा अपनी पत्नी को शाम के ही समय दोबारा जिला महिला अस्पताल लेकर गया और चिकित्सा अधिकारी को इस बात से अवगत कराया। यह देख कर चिकित्सा अधिकारी ने पीडि़ता राखी आर्या को अस्पताल में दाखिल करा दिया। जांच में अस्पताल में भी टांके लगाते समय महिला कर्मचारी की लापरवाही की पुष्टि हुई। इस पर अस्पताल स्टाफ के होश उड़ गए और उन्होंने तत्काल उपचार की कवायद शुरू कर दी। अतुल ने आरोप लगाया कि रुई व पटटी का पैड शरीर के अंदरूनी हिस्से में रखा रहने से उसकी पत्नी को गंभीर इंफेक्शन का खतरा है और वर्तमान में भी प्रार्थी की पत्नी का इलाज सुचारू रूप से नहीं किया जा रहा है।
    इस प्रकरण के संज्ञान में आने पर झांसी मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा के नेतृत्व में पत्रकारों के प्रतिनिधि मण्डल ने अपर निदेशक स्वास्थ्य, सीएमओ सहित चिकित्सा स्वास्थ्य के उच्चाधिकारियों को ज्ञापन देकर आरोपी लापरवाह कर्मचारी को निलम्बित करने व पीडि़ता का उचित इलाज कराने की मांग की। कार्यवाहक सीएमओ ने आश्वस्त किया कि इस मामले को सीएमओ के संज्ञान में लाकर आरोपों की जांच करवा कर आरोपी स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इधर, महिला अस्पताल की सीएमएस द्वारा बताया गया कि इस लापरवाही के लिए आरोपी महिला स्टाफ का एक वर्ष का इन्क्रीमेण्ट रोक दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। पत्रकारों ने आरोपी को निलम्बित करने का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। इस प्रकरण में थाना कोतवाली में भी प्रार्थना पत्र देकर आरोपी स्टाफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है।