बीयू में अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन व्याख्यान शृंखला शुरू
झांसी।बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन व्याख्यान शृंखला के प्रथम चरण में आज उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रोफ़ेसर जे वी वैशंपायन ने कहा कि कोविड 19 के प्रसार के दौर में विभाग के द्वारा छात्र छात्राओं के हित में इस अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन व्याख्यान शृंखला का आयोजन एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है साथ ही साथ कोविड 19 के दौर में पर्यटन एवं आतिथ्य उद्योग को बढ़ावा देने हेतु सतर्कता एवं बचाव के उपायों के साथ उपयुक्त संसाधनों के उपयोग की महत्ता पर भी विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में पिछले छह माह में विभागों में पठन पाठन कार्य प्रभावित रहा है, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में एक मात्र ऐसा विश्वविद्यालय हैं जहाँ दिनांक 7 जुलाई 2020 से परिसर के सभी विभागों में ऑनलाइन कक्षाएं प्रारंभ कर दी गई है। इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान श्रृंखला के आयोजन से क्लास रूम टीचिंग की क्षतिपूर्ति प्रभावी ढंग से की जा सकती है |
विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर प्रतीक अग्रवाल ने बताया कि कुलपति जी के दिशा निर्देशन में कोविड 19 दौर में इस व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया है जिससे विभाग के छात्र छात्राओं के द्वारा घर पर ही रह कर ऑनलाइन माध्यम से ही पर्यटन एवं होटल उद्योग विषय पर देश विदेश के विषय विशेषज्ञों से विचार विमर्श कर ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है|व्याख्यान माला के समन्वयक डॉक्टर महेन्द्र सिंह ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि इस व्याख्यानमाला में अभी तक देश विदेश के 25 विशेषज्ञों ने व्याख्यान हेतु अपनी सहमति प्रदान की है|
आज के सत्र में विशिष्ट अतिथि रोहित डिमरी एग्जिक्यूटिव शेफ़ हॉलैंड अमेरिका लाइन क्रूस कंपनी संयुक्त राष्ट्र अमरीका ने अपने व्याख्यान में विभाग के छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों से क्रूस उद्योग में ख़ान पान संचालन के रुझान एवं व्यापकता विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कोविड 19 के चलते ही सामाजिक दूरी के अनुपालन में क्रूज़ उद्योग की समस्त प्रकार की सेवाएँ बाधित हो रही हैं। उन्होंने बताया कि क्रूज़ उद्योग में अलग अलग क्षमताओं की क्रूस पर उसकी क्षमता के अनुसार कर्मचारियों की आवश्यकता होती है| विशेषज्ञ के अनुसार 1 क्रूस पर लगभग आठ से नौ हज़ार तक पर्यटक यात्रा कर सकते हैं ।इस प्रकार की क्रूज में विभिन्न व्यवस्थाओं हेतु लगभग डेढ़ से दो हज़ार तक का स्टाफ़ नियुक्त होता है।क्रूस पर इतनी अधिक संख्या होने पर सामाजिक दूरी का पालन कर पाना असंभव होता है जिसके कारण क्रूज़ उद्योग काफ़ी प्रभावित हुआ है।
विशेषज्ञ द्वारा क्रूस पर आयोजित होने वाली समस्त प्रकार के ऑपरेशन के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए क्रूज के समस्त विभागों के संबंध में छात्र छात्राओं को अवगत कराया एवं इनसे जुड़े हुए हुनर और कौशलताओं की भी जानकारी दी। रोहित डिमरी जी ने क्रूस पर साफ़ सफ़ाई के बारे में बताते हुए कहा कि निरीक्षण के समय निरीक्षण दल क्रूस के हर बार भाग को बहुत बारीकी से जाँचता है इस प्रकार की सेवाओं की विविधताओं को देखते हुए इसकी महत्ता पर भी उन्होंने चर्चा की। व्याख्यान शृंखला के प्रथम चरण का सफलतापूर्वक संचालन एवं आभार डॉक्टर प्रणव भार्गव जी के द्वारा किया गया|
व्याख्यान शृंखला के उद्घाटन सत्र में छात्र अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर देवेश निगम, प्रोफ़ेसर अपर्णा राज, प्रोफ़ेसर सुनील काबिआ, डॉक्टर संजय निभोरिया, डॉक्टर मुकुल खरे, डॉक्टर शैलेन्द्र तिवारी, डॉक्टर सुधीर द्विवेदी, डॉक्टर आशीष सेठ, डॉक्टर रमेश चंद्रा, डॉक्टर जी के श्रीनिवासन, मेधा जायसवाल, प्रभाकर पाण्डे, अंशुमान सिंह आदि आचार्य गणों के साथ विभाग के बीएचएमसी टी , एमबीए एवं बीबीए पर्यटन पाठ्यक्रमों के लगभग 180 विद्यार्थी उपस्थित रहे |