झांसी। रेलवे बोर्ड पत्र संख्या 83/2020 नाइट ड्यूटी एलाउंस सीलिंग लिमिट लिमिट 43600 नाइट ड्यूटी की गणना करने के लिए अब बेसिक पे 43600 के आधार पर ही की जाएगी। इसके विरोध में भारतवर्ष के 39000 स्टेशन मास्टर 15 अक्टूबर को रात्रि कालीन शिफ्ट में ब्रांच हेड क्वार्टर पर 5 स्टेशन मास्टर एवं रोडसाइड स्टेशनों पर ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर स्टेशन की समस्त लाइट बंद करके मोमबत्ती जलाकर के इस आदेश का विरोध करेंगे। इसके बाद भी अगर इस आदेश को रद्द नहीं किया गया तो 20 अक्टूबर से समस्त भारतवर्ष के स्टेशन मास्टर काला सप्ताह मनाएंगे। 20 अक्टूबर से भारतवर्ष के सभी स्टेशन मास्टर ट्रेन संचालन को सुचारू रूप से रखते हुए काला रिबन लगा कर के आदेश का विरोध करेंगे। इसके बाद भी अगर प्रशासन ने इस आदेश को रद्द नहीं किया गया तो 31 अक्टूबर को भारतवर्ष के समस्त ऑन ड्यूटी एवं ऑफ ड्यूटी स्टेशन मास्टर 12 घंटे की भूख हड़ताल पर जाएंगे। जो आदेश अभी हाल ही में रेलवे बोर्ड के द्वारा जारी किया गया है इससे पूर्व भी नाइट ड्यूटी का पत्र रेलवे बोर्ड के द्वारा ही पत्र संख्या 36/2018 दिनांक 8 मार्च 2018 को जारी किया गया था जिसमें किसी भी प्रकार का विचाराधीन मामला नहीं बताया है जबकि जो वर्तमान में पत्र जारी किया गया है उसकी लागू होने की तिथि एक जुलाई 2017 दी गई है जिसका कोई औचित्य नहीं है। पत्र 2018 में लागू होने के बाद रेलवे बोर्ड ने 1 जुलाई 2017 से नाइट ड्यूटी का एरियर भी कर्मचारियों को दिया है जो कैटेगरी संरक्षा के साथ अनवरत रूप से नाइट ड्यूटी करती हैं उनके साथ ऐसा व्यवहार रेलवे प्रशासन के द्वारा संरक्षा के साथ खिलवाड़ है। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन ऐसे आदेशों का वैधानिक तरीके से घोर विरोध करता है और प्रशासन को चेतावनी देता है की इसके बाद भी प्रशासन के द्वारा यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी रेल प्रशासन की होगी कोरोना के संबंध में सरकार के सभी दिशानिर्देशों का पूर्ण पालन किया जाएगा। ।
अजय दुबे मंडल सचिव एस्मा झांसी एन सी आर ने उक्त जानकारी दी है।