– वन विभाग में पौधारोपण में घोर भ्रष्टाचार की किसान नेता ने खोली पोल

– फिटनेस, बीमा खत्म वाहन भी लिए उपयोग में,
बिना व गलत नंबर ट्रैक्टर भी दौड़े सड़कों पर
– वाहन मालिक कोई, भुगतान किसी और को,
विभाग स्थलीय निरीक्षण को नहीं है तैयार

झांसी। जिला मुख्यालय पर मांगों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के आठवें दिन किसान नेता गौरीशंकर बिदुआ ने पौधे रोपण के नाम पर घोर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार का पिटारा मीडिया के सामने खोला। धरना स्थल पर मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने वन विभाग पर जन सूचना अधिकार से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। कहा कि अधिकारी अपने अधीनस्थों को बचाने के लिए जांच नहीं कराते, लेकिन वह जन हित व देश हित में भ्रष्टाचार में लिप्त विभागों का खुलासा करते रहेंगे।

गौरतलब है कि जिला मुख्यालय पर गांधी उद्यान में किसान रक्षा पार्टी के बैनर तले 8 दिन से धरने पर किसान बैठे हैं, किंतु उनकी सुनवाई नहीं हो रही। बुधवार को किसान नेता गौरीशंकर विदुआ व मुदित चिरवारिया ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कयी विभाग भ्रष्टाचार मे डूबे हुए हैं और अधिकारी अधीनस्थों को बचाने में लगे हुए हैं। यही कारण है कि उनकी मांगों का संज्ञान नहीं लिया जा रहा। अधिकारी जांच भले ना करें पर वह विभागों के भ्रष्टाचार की पोल खोलते रहेंगे। उन्होंने वन विभाग झांसी में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलते हुए बताया कि उनके द्वारा 2019 में जन सूचना अधिकार के तहत वृक्षारोपण की जानकारी मांगी थी। विभाग द्वारा सूचना ना देने पर मामला राज्य सूचना आयोग पहुंचा। वहां से भी विभाग को सूचना देने का आदेश हुआ। इसके बाद भी पूर्ण सूचना नहीं दी गई। 12 अगस्त 2021 को फिर से आयोग में सुनवाई है। इसके पूर्व गरौठा व चिरगांव रेंज की जो सूचना दी गई । उसने विभाग की पोल खोल कर रख दी । जिन वाहन नंबरों से पौधों की ढुलाई दिखाई गई उन वाहनों में मोपेड, मोटरसाइकिल, कार आदि भी शामिल थे। कई वाहनों का फिटनेस, बीमा खत्म हो चुका था। कई वाहन 20 और 27 साल से ऊपर के थे, बिना नंबर के ट्रैक्टर थे। आधे से अधिक ऐसे लोगों को इसका भुगतान हुआ जो वाहन स्वामी ही नहीं थे।
स्थलीय निरीक्षण से कतराया विभाग– वन विभाग ने जन सूचना अधिकार के तहत दी जानकारी में बताया की वर्ष 2017-18 से 2019 – 20 तीन साल में 336.577 लाख रुपए खर्च करके 2122025 पौधे रोपे थे, इनमें 1967739 जीवित हैं। किसान नेता गौरीशंकर विदुआ ने आरोप लगाया कि विभाग स्थलीय निरीक्षण कर तीन वर्ष के जीवित 1967739 पौधे दिखाने को तैयार नहीं। पूर्ण जानकारी इसलिए नहीं दी जा रही क्योंकि इसी तरह का भ्रष्टाचार सभी रेन्जों में हुआ है। पौधे ढुलाई में भ्रष्टाचार उजागर हुआ तो पौधे खरीद व मजदूरी में भी हेरा फेरी की पूरी संभावना है।
ट्रैक्टर नंबर गलत– वन विभाग द्वारा ट्रैक्टर नंबर UP93EU5387 से 10815 पौधों की ढुलाई करा के 43970 का भुगतान किया, जबकि इस नम्बर का कोई वाहन आरटीओ मे रजिस्टर्ड ही नहीं है इसका मतलब फर्जी है। इस अवसर पर देवी सिंह कुशवाहा, पवन तिवारी ,सचिन मिश्रा ,मुन्ना चौधरी ,अमर सिंह ,पप्पू पाल नीरा आर्य ,पार्वती ,रजिया पुक्खन, मुन्नी, रानी ,राजकुमारी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।