– स्कीम फॉर ट्रांसडिसीप्लिनरी रिसर्च फॉर इंडिया डेवलपिंग इकोनामी कंपोनेंट के तृतीय बैच का शुभारंभ

झांसी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के स्कीम फॉर ट्रांसडिसीप्लिनरी रिसर्च फॉर इंडिया डेवलपिंग इकोनामी कंपोनेंट एक के अंतर्गत बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी को प्राप्त परियोजना के तृतीय बैच का सोमवार को विज्ञान दिवस के अवसर पर शुभारंभ कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे की अध्यक्षता में किया गया I उन्होंने राई प्रोग्राम के माध्यम से अब तक किए गए प्रयासों की सराहना की तथा इस बात पर बल दिया कि अब शोध सिर्फ एक ही क्षेत्र में सीमित रह कर नहीं किया जा सकता वरन समस्याओं के समाधान के लिए हमें अलग-अलग विषयों में साथ जुड़कर शोध करने की आवश्यकता है, इस आवश्यकता को समझ कर ही आगे ट्रांसडिसीप्लिनरी रिसर्च को बढ़ावा दिया जा रहा है I कार्यक्रम में कुलपति जी द्वारा पूर्व बैच के शोधार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए साथ ही उन से परिचय प्राप्त करते हुए कार्यक्रम के बारे में उनसे फीडबैक भी लिया गया प्रतिभागियों द्वारा इस कार्यक्रम के माध्यम से सीखे गए टेक्निक्स के बारे में कुलपति जी को विस्तार से बताया गया I

कार्यक्रम की शुरुआत में समन्वयक डॉ लवकुश द्विवेदी द्वारा परियोजना के बारे में विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।अंत में स्ट्राइड कार्यक्रम के संयोजक एवं अधिष्ठाता इंजीनियरिंग प्रोफेसर एमएम सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस दौरान कोर कमेटी सदस्यों में इंजीनियर राहुल शुक्ला, डॉ सुमिरन श्रीवास्तव, डॉ मुकुल पस्तोर, डॉक्टर शिव शंकर यादव, रोहित पियरडन, धीरेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे I

ज्ञातव्य है कि अब तक उक्त परियोजना में विश्वविद्यालय द्वारा दो बैचेज में 70 से अधिक परास्नातक स्तर के विद्यार्थियों को उत्तम शोध किए जाने हेतु प्रशिक्षित किया जा चुका है I न केवल छात्र अपितु 100 से अधिक शिक्षकों को भी फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के माध्यम से रिसर्च एवं पब्लिकेशन एथिक्स जैसे महत्वपूर्ण विषय पर प्रशिक्षित किया गया है I

उक्त प्रोग्राम में वर्तमान तृतीय बैच के लिए कुल 32 प्रतिभागियों को चयनित किया गया है जिसमें बुंदेलखंड विश्वविद्यालय परिसर की 20 एवं अन्य विश्वविद्यालयों जैसे कि लखनऊ विश्वविद्यालय बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी आसाम पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से 12 विद्यार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं I