झांसी। झांसी कृषि विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को जुए की लत ऐसी लगीकि वह कर्जदार हो गया। जब कर्ज नहीं चुका पाया तो ससुराल पहुंच कर विषाक्त खा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

हमीरपुर जिले में चकासी थानान्तर्गत बेरहट में रहने वाला लगभग 42 वर्षीय सुभाष चन्द्र यादव झांसी कृषि विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। ससुर कृष्णा यादव के मुताबिक सुभाष चन्द्र के दो बेटियां हैं। पिछले लगभग 17 साल से उसे जुए की लत पड़ी हुई थी। जुए की लत में वह कई साहूकारों का कर्जदार हो गया है। कई बार तो उन्होंने ही उनका कर्ज चुकाया है। काफी समझाया लेकिन वह जुए की लत को नहीं छोड़ पा रहा था। इसके कारण घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई।

परेशान होकर उसकी पत्नी अपनी बेटियों को लेकर मायके चली गई। इसके बाद भी सुभाष की जुए की लत नहीं छूटी। इधर धीरे-धीरे उस पर इतना कर्ज हो गया कि उसे न चुका पाने के कारण धमकी मिलने लगी। परेशान होकर वह ससुराल पहुंचा और उनसे कर्ज चुकाने के लिए बिनती करने लगा। रहम में आकर वह उसका कर्ज चुकाने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने किसी प्रकार कर्ज की रकम का इंतजाम कर लिया। अभी वह रकम को लेकर दामाद के साथ झांसी आ रहे थे। इसी दौरान उसने विषाक्त खा लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।

इसकी जानकारी होते ही परिवार में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में उसे उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। जहां से हालत गम्भीर होने पर उसे झांसी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। यहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।