तिलक की रस्म पर दहेज दानव ने मचाया कोहराम 

झांसी। जिले के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र सगाई की खुशियों पर उस समय ग्रहण लग गया जब लड़के पक्ष ने सगाई के दौरान अचानक 10 लाख रुपये नकद दहेज की मांग कर दी। मांग पूरी न होने पर लड़का और उसका पिता वहां से रफूचक्कर हो गए। लड़की पक्ष के लोग पूरी रात चौखट पर बैठे रहे और उन्हें मनाने की कोशिश करते रहे। इस घटनाक्रम से वधु पक्ष के साथ गांव में आक्रोश है।

मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के रौनी गांव निवासी लड़की वालों का कहना है कि 22 नवंबर को शादी की तारीख भी तय हो चुकी है जिसके कार्ड छप कर रिश्तेदारों में बंट गए हैं। ऐसे में अब इस घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में है।

बताया गया है कि मथुपुरा गांव निवासी चतुर्भुज अहिरवार के परिवार की बेटी की शादी मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के रौनी निवासी पुष्पेंद्र पुत्र आसाराम के साथ तय हुई थी। आगामी 22 नवंबर को शादी की तारीख निकली, जिसको लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थीं। इसी बीच लड़की पक्ष के लोग शुक्रवार शाम अपनी बेटी की सगाई के लिए रौनी गांव पहुंचे थे। सगाई की सारी तैयारियां पहले से तय थीं दोनों परिवारों के बीच तिलक पर 5 लाख रुपये की सहमति बनी थी।

कार्यक्रम की शुरुआत में सब कुछ सामान्य दिखाई दे रहा था। मेहमानों आवभगत के साथ सबने मिलकर भोजन किया लेकिन जब तिलक की रस्म का समय आया और लड़की वालों ने तयशुदा 5 लाख की रकम का जिक्र किया, तभी अचानक दूल्हे के पिता ने 10 लाख रुपये नकद की मांग रख दी। इस अप्रत्याशित मांग ने माहौल बदल दिया। लड़की पक्ष ने काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की, लेकिन लड़के वाले अड़े रहे।

इस दौरान देखते ही देखते दूल्हा पुष्पेंद्र और उसका पिता आशाराम मौके से गायब हो गए। जबकि लड़की पक्ष के लोग पूरी रात उनके इंतजार में वहीं बैठे रहे। वह उम्मीद करते रहे कि शायद बात बन जाए और रिश्ता टूटने से बच जाए लेकिन सारी कोशिशें नाकाम रहीं। इस मामले को लेकर मऊरानीपुर में चर्चा का बाजार गर्म है।