झांसी में चिन्मय मिशन के ज्ञान यज्ञ का समापन 

झांसी। चिन्मय मिशन झांसी के ज्ञान यज्ञ के आज पंचम दिन एवं समापन दिवस प्रवचन में दीप प्रज्वल्लन पूनम शर्मा पत्नी झांसी सांसद अनुराग शर्मा, आचार्य हरि ओम पाठक, डा प्रमोद गुलाटी, सचिव ईo मुकेश गुप्ता व रजनी गुप्ता द्वारा किया गया।

मुख्य प्रवचनकर्ता स्वामी अद्वैतानंद ने कृष्ण लीला रहस्य का अंतिम सार बताते हुए कहा कि भगवान की हर लीला में मानव कल्याण का संदेश है। होता वही है जो भगवान चाहते है। भगवान ने कंस, जरासंध और शिशुपाल वध किए मगर प्रजा कल्याण के लिए द्वारिका बसा रणछोड़ भी बने। उद्धव ने गोपियों की कृष्ण भक्ति देखी तो सगुण और निर्गुण भक्ति का भेद भूल भगवान के सच्चिदानंद स्वरूप में ही ध्यान लीन हो गए। भगवान की भक्ति परमानन्द की सबसे सरल कुंजी है। चिन्मय मिशन झांसी आचार्य ब्रह्मचारी राघवेंद्र ने सभी नए आजीवन सदस्यों को चिन्मय मिशन की सदस्यता ग्रहण करने हेतु साधुवाद दिया।

सचिव इo मुकेश गुप्ता ने स्वामी अद्वैतानंद, आचार्य हरिओम पाठक, पूनम शर्मा, वरिष्ठ समाज सेविका रजनी गुप्ता सहित सभी कार्यकारिणी सदस्यों का अभिनंदन किया। गुरुदेव आरती में बाल विहार के बच्चे, युवा केंद्र के साधक, नूपुर श्रीवास्तव, कृष्णा सक्सेना, मेघना, हरीश अग्रवाल आदि शामिल रहे। इस ज्ञान अमृत का लाभ लेने हेतु आज 500 से अधिक साधकों से साथ चंदा अरोरा, एसपी अत्रि, संगीता गुप्ता, प्रेमलता गुप्ता, पदमा गुलाटी, आरके धवन, वीके सेठ, प्रेमलता अत्रि, गोपाल गोयल, प्रमोद गुलाटी, पीएन गुप्ता, आर पी गुप्ता, वीके सेठ, चंद्रिका त्रिपाठी, श्रवण कुमार पांडे आदि साधक उपस्थित रहे।

प्रवचन उध्वोधन के पूर्ण होने पर स्वामी अद्वैतानंद ने झांसी नगर साधकों को उनके अत्यंत स्नेह और सम्मान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। सभी साधकों के लिए मधुर प्रसाद का प्रायोजन शीला गुप्ता की और से किया गया। चिन्मय मिशन सचिव ईo मुकेश गुप्ता ने संचालन और आचार्य हरिमोहन पाठक ने सिद्धेश्वर प्रांगण में पधारे सभी साधकों का आभार व्यक्त किया।