दादा ने लाश को भूसे में छुपाया, गिरफ्तार
झांसी। जिले के लहचूरा के चकारा गांव में भूसे के ढेर में मिली 8 वर्षीय मासूम लाश प्रकरण का जब पुलिस ने खुलासा किया तो लोग आश्चर्यचकित रह गए। पुलिस ने इकलौते पोते की गला दबा कर लाश को भूसे में छुपाने के मामले में उसके दादा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। दादा ने 100 रुपए चोरी के संदेह में गुस्से में पोते का गला घोंट दिया। इससे पोते की मौत हो गई तो वह घबरा गया और उसने लाश को भूसा वाले कमरे में छुपा दी। फिर बकरियां चराने खेत पर चला गया। लौटकर आया तो 8 घंटे तक परिजनों के साथ पोते को तलाशने का ड्रामा किया। पुलिस के साथ भी घूमता रहा।
लहचूरा के चकारा गांव निवासी राजवेंद्र कुशवाहा का बेटा मुकेश (8) गांव के सरकारी स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ता था। शनिवार को वह स्कूल नहीं गया था। राजवेंद्र अपनी पत्नी चंद्रमुखी के साथ खेत पर गया था। घर पर मुकेश अपने दादा सरमन कुशवाहा और दादी शांति के साथ था। सुबह 11 बजे दादी मोहल्ले में चली गई, थोड़ी देर बाद लौटकर आई तो मुकेश व सरमन घर में नहीं थे। दादी ने आसपास खोजा तो बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा। तब दादी ने खेत से परिजनों को बुलाया।
परिजनों ने गांव वालों की मदद से बच्चे को खोजा। जब नहीं मिला तो थाने में अपहरण का केस कराया। थाना प्रभारी सरिता मिश्रा पुलिस फोर्स के मौके पर आई। 8 घंटे बाद घर के अंदर भूसा वाले कमरे में मुकेश की लाश मिली। रविवार को पोस्टमॉर्टम में गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि हुई। जब घर में भूसे के ढेर में बच्चे की लाश मिली तो दादा सरमन ने कहा- मैं अपने पोते मुकेश को घर पर अकेला छोड़कर बकरियां चराने खेत पर गया था। दोपहर 12 बजे पोते को घर पर छोड़कर निकला था। गांव वालों के साथ मुकेश को खोजता रहा। पुलिस आई तो उनके साथ भी रहा। गांव में बच्चा नहीं मिला तो घर के एक-एक कमरे की तलाशी ली गई तब भूसा वाले कमरे में लाश मिली।
पोते की लाश मिलने पर सरमन की गतिविधियों ने पुलिस को संदेह हो गया था। पूछताछ में ग्रामीणों ने भी सरमन पर शक जताया। बताया कि वह 12 बजे खेत पर नहीं गया, बल्कि उसे डेढ़ बजे खेत पर जाते हुए देखा गया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो सरमन ने हत्या का जुर्म कबूल करते हुए जो बताया उसने सभी को आश्चर्य चकित कर दिया। सरमन ने पुलिस को बताया- मेरी बहू चंद्रमुखी आए दिन मेरी पत्नी शांति से झगड़ा करती थी। वह घर का सामान भी उठाकर अपने घर पर ले जाती थी। पोता मुकेश भी घर का सामान उठाकर अपनी मां को दे देता था। इससे घर में अक्सर कलह होता था। मेरे पैसे भी पोता बार-बार बिना बताए उठा ले जाता था। उस दिन भी 100 रुपए गायब हो गए थे।
शनिवार को बहू और बेटा खेत पर गए थे। पोता घर पर अकेला था। मैं उससे 100 रुपए के बारे में पूछ रहा था। तब वो जबाव देने लगा। मुझे गुस्सा आ गया और मैंने पोते का जोर से गला दबा दिया। तब उसके मुंह से खून निकल आया और वो मर गया। यह देखकर मैं डर गया और शव भूसा में छुपा दिया। फिर बकरियां लेकर खेत पर चला गया। पुलिस ने आरोपी दादा सरमन को गिरफ्तार कर लिया है।