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ग्रामीणों ने लगाया सड़क पर जाम, किया प्रदर्शन 

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झांसी। थाना टोड़ीफतेहुपर क्षेत्र के ग्राम राजापुर में चोरों द्वारा बकरी चोरी में प्रयुक्त कार को ग्रामीणों ने पकड़ा, किंतु पुलिस ने जब कोई कार्रवाई नहीं की तो आक्रोश भड़क गया। कार पर भाजपा उपाध्यक्ष लिखा था। बढ़ती चोरी की घटनाएं पर पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर ग्रामीणों ने सोमवार को मऊरानीपुर-गुरसरायं सड़क पर जैम लगाया दिया।

जैम लगने पर चार घंटे से अधिक समय तक सड़क पर यातायात ठप बना रहा। सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। मौके पर पहुंचे प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मशक्कत के बाद जाम खुलवाया।

दरअसल, रविवार रात ग्राम राजापुर निवासी रामगोपाल पांचाल के बाड़े में बंधी बकरियों को चुराने के लिए चोर कार से पहुंचे थे। कार पर भाजपा उपाध्यक्ष लिखा हुआ था। चोरों की आहट से बकरी मालिक जाग गए और उन्होंने शोर मचाना शुरू किया। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए। सूचना डायल 112 और टोड़ी फतेहपुर थाना पुलिस को दी गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मौके पर पहुंची पुलिस के सामने चोर भी आ गए, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया।

जब पुलिस अपने साथ कार ले जाने लगी तो ग्रामीणों ने पुलिस को रोक दिया। इस पर पुलिस ने रात में कार पंचायत भवन में रखवा दी। सोमवार की सुबह जब पुलिस कार लेने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। सुबह तकरीबन 11 बजे गुस्साए महिला-पुरुषों ने मऊरानीपुर-गुरसराय मार्ग पर कंटीली झाड़ियां रखकर जाम लगा दिया। पुलिस के समझाने पर वह नहीं माने और उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे।

इस पर उप जिलाधिकारी टहरौली गौरव आर्य और क्षेत्राधिकारी मऊरानीपुर मनोज कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। जाम खुलवाने के प्रयास के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस पर मऊरानीपुर और गुरसराय थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। एसडीएम और सीओ की काफी समझाने के बाद ग्रामीण माने। इसके बाद दोपहर 3:15 बजे जाम खुला। सवा पांच घंटे तक लगे रहे जाम की वजह से सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। हालांकि, एंबुलेंस के लिए जरूर जाम लगाए ग्रामीणों ने रास्ता छोड़ा।

जाम लगाए ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम राजापुर निवासी नरेंद्र घोष की 21 बकरियां चोरी हो चुकी हैं जबकि, ग्राम पंडवाहा निवासी मोहन लाल की 7 दिसंबर को 11 बकरियां चोरी जा चुकी हैं। इसके बावजूद, पुलिस अब तक चोरों को नहीं पकड़ पाई है। ग्रामीणों ने बताया कि बकरी पालन ही उनकी आजीविका का प्रमुख साधन है। फिलहाल ग्रामीणों के बयान दर्ज कर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है।