• कुलाधिपति की अनुपस्थिति से फीका रहा दीक्षांत समारोह
    झांसी। कुलाधिपति/राज्यपाल आनंदी बेन की अनुपस्थिति के कारण बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का 24 वां दीक्षांत समारोह फीका रहा। हालांकि उनकी अनुपस्थिति मेें कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो एसबी निमसे ने उपाधियां वितरित कीं। समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रो निमसे ने विश्व के शीर्ष 300 शिक्षण संस्थानों में भारत का एक भी संस्थान नहीं होने पर चिन्ता व्यक्त की और इसका कारण भारतीय शिक्षा व्यवस्था में समय के साथ बदलाव नहीं होना बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि दीक्षांत समारोह आपको जीवन की सफलता की एक और सीढ़ी पार करने का अनुभव कराता है। यह समारोह इस बात का भी सूचक है कि आपको खुद का भविष्य तय करना है। भविष्य को कहां और किस दिशा में ले जाना है, इस पर चिंतन करने का अवसर भी दीक्षांत समारोह देता है। उन्होंने शिक्षा प्राप्त करके जो उपाधि पाई हैं वह भविष्य में काफ ी नहीं होगी। समय के साथ चलने के लिए इसे अपग्रेड करते रहना होगा।
    समारोह के प्रारम्भ में कुलपति प्रो जेवी वैशंपायन ने विश्वविद्यालय की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास ही विश्वविद्यालय का लक्ष्य है। विद्यार्थियों का भविष्य बेहतर कैसे बनेए इस पर लगातार विश्वविद्यालय काम कर रहा है। उन्होंने इस मौके पर मुख्य अतिथि को पुस्तक भी भेंट की। समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा दीक्षांत समारोह की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय व इससे सम्बन्ध विद्यालयों में विभिन्न श्रेणियों में स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को विभिन्न पदक प्रदान किए गए।
    कई जनप्रतिनिधि व अफसर भी नहीं पहुंचे
    मौसम की खराबी के कारण अचानक कुलाधिपति/राज्यपाल आनंदी बेन के कार्यक्र म के निरस्त होने पर प्रशासनिक मशीनरी ने राहत की सांस ली। इतना ही नहीं समारोह स्थल पर विधायक मउरानीपुर बिहारी लाल आर्य, विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत को छोड़ कर अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुआ जबकि पुलिस व प्रशासनिक अमले के उच्चाधिकारियों के स्थान पर उनके अधीनस्थ उपस्थिति दर्ज कराते नजर आए।