तंत्र मंत्र में उलझे परिजन पहुंचे मेडिकल कॉलेज की शिनाख्त 

झांसी। उसने झांसी मेडिकल कालेज में मौत से संघर्ष करते करते गुमनामी में दम तोड दिया और परिजन तांत्रिकों के चक्कर में उसकी तलाश में चकरघिन्नी बने रहे। गनीमत रही कि समय रहते परिजन मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और उन्हें शव मिल गया अन्यथा उसका अंतिम संस्कार हो जाता।

दरअसल, कुछ दिनों पूर्व उरई आरपीएफ ने लगभग 60 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति को बीमारी की हालत में झांसी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था। मेडिकल कालेज में 16 फरवरी को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम घर भेजकर उसकी शिनाख्त कराने का प्रयास शुरु कर दिया। 72 घंटे बीतने के बाद जब उसकी शिनाख्त हुई तो पुलिस ने अज्ञात में उसका पंचनामा करा दिया।

इधर, पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कराने की तैयारी चल रही थी तभी कुछ लोग वहां पहुंचे और तस्वीर के माध्यम से उसकी पुन्नू पुत्र अर्जुन निवासी बड़ी सुरावली थाना गोहन जिला जालौन के रुप में शिनाख्त कराई। शिनाख्त होने के बाद परिजनों ने बताया कि मृतक 10 फरवरी से लापता चल रहे थे। जिनकी लगातार खोजबीन चल रही थी। इस दौरान उन्होंने तांत्रिकों का सहारा भी लिया। उन्होंने जहां बताया वह वहां गए लेकिन कोई पता नहीं चल रहा था। जब पता चला कि तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने जानकारी लेने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया।