झांसी। झांसी से लेकर सूबे व देश की राजधानी सहित सभी प्रदेशों में जनपद झांसी के बहुचर्चित पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में शोर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस के आला अफसरों की सफाई भी जहां किसी के गले नहीं उतर रही वहीं उससे और विवाद बढ़ता जा रहा है। हर तरफ से विवादों में घिर रही पुलिस पर शनिवार की सुबह गाज गिर ही गई है। झांसी एसपी सिटी श्रीप्रकाश द्विवेदी को हटा कर उनके स्थान पर राहुल श्रीवास्तव को भेजा गया है। श्रीप्रकाश द्विवेदी को झांसी से हटा कर बतौर एडिशनल एसपी टेक्निकल सर्विस नियुक्त किया गया है।
हालांकि एडीजी कानून व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री द्वारा पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर प्रकरण में दावा किया जा चुका है कि पुलिस ने नियम विरुद्घ कोई काम नहीं किया। इस पूरे मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की गाइडलाइन का पालन किया गया। उनका कहना है कि पुष्पेंद्र के खिलाफ 2014 और 2015 में विभिन्न धाराओं में कुल पांच केस दर्ज थे। घटना वाले दिन भी पुष्पेंद्र के खिलाफ हत्या के प्रयास व लूट का मुकदमा दर्ज किया गया था जिसके पांच घंटे बाद पुलिस मुठभेड़ में पुष्पेंद्र मारा गया। उनका दावा था कि पुष्पेंद्र के पार्थिव शरीर को परिवार को सौंपने की पूरी कोशिश की गई। 24 घंटे बाद भी जब परिवार ने शव नहीं लिया तो धार्मिक रीति रिवाजों के मुताबिक उसका दाह संस्कार कराया गया। उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार के समय पुष्पेंद्र के परिवार का कोई भी सदस्य नहीं था, किन्तु बाद में कुछ लोग वहां पहुंचे थे।