• मीडिया क्लब के अध्यक्ष की पहल रंग लायी
    झांसी। जनपद की थाना कोतवाली में तैनात उप निरीक्षक संजीव कुमार जादौन को बीमारी में आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए जिस तरह से झांसी के मीडिया कर्मियों के अलावा साथी पुलिस कर्मियों ने मदद को हाथ बढ़ाए हैं वह काबिले तारीफ तो है ही साथ ही यह साबित कर दिया कि मानवीय संवदेनाएं अभी मरी नहीं हैं।
    ्रदरअसल, झांसी के कोतवाली थाने में तैनात उप निरीक्षक संजीव जादोन की तबीयत कई दिनों से खराब चल रही थी। दो दिन पूर्व डयूटी के दौरान अचाने उनकी तबियत ऐसी बिगड़ी की उन्हेें इलाज के लिए ले गए। बताया गया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा और इसके बाद ही ब्रेन हेमरेज भी हो गया। पहले उन्हें ग्वालियर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत नाजुक होने के कारण अब उन्हें ग्वालियर से दिल्ली के वेदांता हॉस्पिटल ले जाकर भर्ती करा दिया गया। सूत्रों की मानें तो जादौन के परिजनों के पास उनके इलाज के लिए पैसे नहीं है। एक हादसे में घायल मां का उपचार कराते-कराते संजीव ने अपने खेत और जमीन तक बेच दिए थे पर मां बच नहीं पाई थीं। अब ऐसे में संजीव के परिजन इलाज कराने में असमर्थ हैं। इसकी जानकारी जब झांसी मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा को लगी तो उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से उप निरीक्षक संजीव जादौन की आर्थिक मदद की गुहार लगायी।
    झांसी मीडिया क्लब की पोस्ट को पढ़ कर साथी पुलिस कर्मियों ने आर्थिक मदद करना शुरू कर दी। इस कार्य में मीडिया कर्मियों ने भी सहयोग देना शुरू कर दिया है। लोग अपनी हैंसियत के अनुसार लगातार बीमार दरोगा के इलाज के लिए उनके खाते में धनराशि भेज कर आर्थिक मदद कर रहे हैं, सिलसिला जारी है। जो आर्थिक मदद में अक्षम हैं वह भगवान से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ् ा की कामना कर रहे हैं। झांसी जनपद में सीओ क्राइम के पद पर रहे अविनाश गौतम साहब ने बताया पुलिस को चिकित्सा का मुख्यालय से 10 लाख रुपये तक मिलता है जो बाद में धीरे धीरे कटता रहता है। उंन्होने बताया कि वह संजीव की घटना को डीजीपी तक पहुँचा कर चिकित्सा का पैसा 10 लाख रुपया तक दिलवाने के पूरा प्रयास करेंगे।