• सीआरएस का निरीक्षण व स्पीड ट्रायल सफल रहा
    झांसी। उमरे के झांसी-कानपुर रेल मार्ग के दोहरीकरण के चलते एक और कड़ी जुड़ गयी। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मोहम्मद लतीफ खान द्वारा पारीछा स्टेशन से नंदखास स्टेशन तक के १९ किमी के मार्ग पर ट्रायल ट्रेन से परीक्षण किया जो सफल रहा। सीआरएस ने इस सेक्शन में ९० किमी प्रति घण्टा की गति से गाडिय़ां चलाने की अनुमति प्रदान कर दी। गौरतलब है कि इसके पूर्व पारीछा तक के सेक्शन को सीआरएस द्वारा हरी झण्डी प्रदान की जा चुकी है।
    दरअसल, झांसी-कानपुर रेल मार्ग के दोहरीकरण का काम द्रुत गति से जारी है। इसी क्रम में मुस्तरा से पारीछा तक के सेक्शन पर दोहरीकरण का काम पूर्ण हो जाने पर सीआरएस द्वारा गाडिय़ां चलाने की अनुमति दी जा चुकी है। इसके बाद पारीछा से नंदखास तक के १९ किमी के सेक्शन का काम पूरा कर लिया गया। इसके बाद गत दिवस रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मोहम्मद लतीफ खान द्वारा इस सेक्शन का निरीक्षण कर स्पीड का ट्रायल भी किया। ट्रायल ट्रेन से निरीक्षण कर उन्होंने सेक्शन में सभी कुछ ठीक ठाक पाया और सेक्शन में ९० किमी प्रति घण्टा की गति से गाडियां चलाने की हरी झण्डी दिखा दी। इसके बाद सबसे पहले पारीछा से मालगाड़ी को आधी रात के बाद सेक्शन में चलाया गया। मालगाड़ी के निकलने के बाद अन्य गाडिय़ां का अवागमन शुरू हो गया है। जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस लाइन पर सरकोसी से उसरगांव तक के सेक्शन का काम मार्च २०२० तक पूरा होने की सम्भावना है।