- सीएमएस मिलीं अनुपस्थित, खामियों व गंदगी से हुआ सामना
झांसी। सूबे के मुखिया के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए अधिकारियों द्वारा चिकित्सा सेवा सहित अन्य सरकारी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी गयी है। इसी क्रम में आज मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा द्वारा जिला अस्पताल पुरुष का आकस्मिक निरीक्षण किया तो अनेकों खामियां व गंदगी से सामना हुआ वहीं मरीजों से विविध जांचों के नाम पर पैसा लेने व सीएमएस के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इसे गम्भीरता से लेते हुए व्यवस्थाओं में सुधार करने एवं जांच के नाम पर लिए गए पैसे वापस कराने के निर्देश दिए।
मण्डलायुक्त बुधवार को प्रात: 10.54 पर औचक निरीक्षण पर जिला अस्पताल पुरुष पहुंच कर व्यवस्थाओं की जानकारी लेने की शुरूआत इमरजेन्सी कक्ष जा पहुंचे। उन्होंने इमरजेन्सी कक्ष से काफी दूर इमरजेन्सी वार्ड होने पर भी नाराजगी व्यक्त की। वहां निरीक्षण के दौरान आने वाले मरीजों की जानकारी ली। इंजेक्शन कक्ष के निरीक्षण के समय कुत्ता काटने (रैबीज) का इंजेक्शन लगवा रहे मरीज साकिर से पूछा क्या पैसा मांगा गया? उन्होंने बिना डाक्टर के रिक्मंडेशन के रैबीज इंजेक्शन नहीं लगाने को कहा। उन्होंने ओडीपी में लगी अधिक लम्बी लाइन पर सवाल खड़े किए। इस दौरान मरीज महरुन्निसा निवासी झांसी ने बताया कि जांच के पैसे लिये गये हैं। मण्डलायुक्त ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए डाक्टर अतुल गुप्ता को पैसा वापस कराने के निर्देश दिये और बताया कि इलाज व दवाएं फ्री मिलती हैं, किसी को भी पैसा नही देना है। उन्होंने निर्देश दिये कि डाक्टर मरीज से आयुष्मान कार्ड होने की जानकारी लें ताकि उनका इलाज फ्री और बेहतर हो सके। उन्होंने जनपद झांसी में आयुष्मान भारत योजना से सम्बद्व अस्पतालों की सूची सार्वजनिक स्थल व जिला अस्पताल में लगाने के निर्देश दिये ताकि लोग गोल्डन कार्ड का लाभ ले सके। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के अन्तर्गत अन्य राज्य के मरीजों का भी इलाज किया जाये उन्हे वापस न किया जाये उन्हे प्रापर देखा जाये।
आयुक्त ने जिला अस्पताल परिसर में गडिय़ो की पार्किंग पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने अस्पताल मे अल्ट्रासाउण्ड, एक्सरे मशीन, सीटी स्कैन, पैथेलाजी, ब्लैड बैंक की जानकारी प्राप्त की व सर्जिकल वार्ड का भी निरीक्षण किया। इस दौरान तीन दिन से भर्ती मरीज विनोद पाण्डेय निवासी गोण्डा ने बताया कि पैर का आपरेशन किया गया और पैर में राड लगायी गयी जो पैर से बाहर निकल रहा है, उसका पुन: आपरेशन है। अस्पताल में खाना-दूध व दवायें मिल रही है। इमरजेन्सी वार्ड में भारती निवासी सकरार को जमीन पर लेटा देख उन्होंने स्टाफ से नीचे लेटे होने की जानकारी ली तो बताया कि शुगर की मरीज है जो स्वयं बैड पर न चढ़ सकती और न ही उतर सकती है। उन्होंने निर्देश देते हुये कहा कि संवेदनशील होकर मरीजो के साथ सद्व्यवहार किया जाये।
विकास भवन में गैर हाजिर व लेट लतीफों से जवाब तलब
मण्डलायुक्त जब विकास भवन पहुंचे तो वहां खलबली मच गयी। विभिन्न विभागों के निरीक्षण के दौरान दर्जन भर से अधिक कर्मचारी/अधिकारी अनुपस्थित पाये गये तथा कुछ अधिकारी विलम्ब से कार्यालय पहुंचे, सभी से स्पष्टीकरण लिये जाने के निर्देश। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय के प्रात: 10.28 पर 3 कर्मचारी, 10.35 पर डीएसटीओ कार्यालय के 3 कर्मचारी, जिला विकास कार्यालय के 5 कर्मचारी अनुपस्थित के साथ ही डीसी मनरेगा रामऔतार सिंह अनुपस्थित तथा आरईएस के रजितराम यादव व डीडी पंचायत संजय बरनवाल विलम्ब से आने पर स्पष्टीकरण मांगे जाने के निर्देश दिये।