झांसी। कोरोना महामारी ने बूढ़ी मां का सहारा उसके जवान बेटे को छीन लिया ऐसे में खाने को मोहताज मां की मदद के लिए समाजसेवी श्री राम नरवरिया हाथ बढ़ाते हुए राशन और नगद धनराशि देकर कुछ हद तक बूढ़ी मां की मदद की है। साथ ही आगे भी मदद करने का आश्वासन दिया।
महानगर से सटे ग्राम करारी निवासी त्रिवेणी परिहार उम्र 60 वर्ष अपने 24 वर्षीय पुत्र मोहर सिंह के साथ जीवन यापन कर रही थी मोहर सिंह की शादी 2 वर्ष पूर्व हुई थी उसका का 1 वर्ष का बेटा भी है । विगत अप्रैल माह में मोहर को कोरोना हो गया था उसका काफी दिनों तक इलाज चला और 27 अप्रैल को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मोहर मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता था उसकी मौत से उसके परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा पत्नी अपने 1 वर्ष के बेटे को लेकर मायके चली गई । घर में अकेली वृद्ध 60 वर्षीय मोहर सिंह की मां गरीबी और मुसीबतों से लड़ रही है । त्रिवेणी के अनुसार उसके बेटे की मौत के बाद खाने पीने का संकट खड़ा हो गया है क्योंकि वही था कमाने वाला अब वह दाने-दाने को मोहताज है ।इसकी खबर सोशल मीडिया के माध्यम से महानगर के वरिष्ठ समाजसेवी श्री राम नरवरिया को मिली तो वह वृद्ध मां के घर पहुंच गए और उन्हें 1 माह का राशन तथा रु 1500 नगद देकर वृद्धा को आश्वासन दिया है कि उनके पुत्र का प्रमाण पत्र बनवाने में वह उनका सहयोग करेंगे साथ ही जब तक उनसे हो सकेगा वह हर महा वृद्धा को राशन और आर्थिक सहायता देते रहेंगे।