झांसी। विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिला बाल संरक्षण इकाई/बाल संरक्षण सेवायें/ एवं महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित समस्त विभागी योजनाओं की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने जनपद में स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित बाल आश्रय गृहों के पंजीकरण की जांच, महत्वपूर्ण स्थानों को चिन्हित कर शिशु पालना गृह स्थापित करने एवं बाल श्रम की रोकथाम हेतु १५ दिवस में रेस्क्यू अभियान चलाने के निर्देश दिये। बैठक में किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति व चाइल्ड लाइन झांसी से सम्बन्धित समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया एवं निराकरण हेतु जिलाधिकारी द्वारा निर्देश जारी किये गये।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बालिकाओं हितार्थ मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में लम्बित आवेदनों के निस्तारण, कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीडऩ से सम्बन्धित शिकायतों के निस्तारण हेतु गठित समिति की रिपोर्ट के आधार पर प्रशासनिक /न्यायिक कार्यवाही करने एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना से सम्बन्धित गतिविधियों हेतु एक्शन प्लान के अनुरूप रूपरेखा तैयारा करने के निर्देश दिये गये। बैठक में दत्तक ग्रहण, घरेलू हिंसा, १८१ हेल्पलाइन कार्यक्रम आदि विषयों पर चर्चा की गयी। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अध्यक्ष /सदस्य बाल कल्याण समिति चाइल्ड लाइन सिटी/रेलवे, आरपीएफ झांसी स्टेशन के प्रतिनिधि एवं महिलाओं व बाल हितार्थ जनपद में संचालित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।