• रडार पर आए 50 गार्डों ने अवकाश की मजबूरी का जवाब दिए
    झांसी। पारिवारिक कार्य आदि के लिए अवकाश लेने के लिए आवेदन तो दिए, किन्तु स्वीकृत होने की परवाह किए बिना अवकाश पर चले जाना पचास गार्डों के लिए महंगा साबित हो गया है। इस लापरवाही के लिए रेल प्रशासन द्वारा सम्बन्धित गार्डों को चार्ज शीट जारी कर दी गयी है। इस पर प्रभावित गार्डों द्वारा अवकाश पर जाने की मजबूरी का जवाब देना शुरू कर दिया है।
    दरअसल, लगभग दो माह के अंतराल में गार्डोंद्वारा विविध कारणों को आधार बता कर डयूटी से अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र दिए थे। जांच में 50 गार्ड ऐसे प्रकाश में आए जिन्होंने अवकाश के लिए परिजन के बीमार होने अथवा पारिवारिक कार्यक्रमों मेें शामिल होने आदि कारण लिख कर अवकाश पर जाने के लिए आवेदन किया था, किन्तु उनके आवेदन स्वीकृत नहीं किए गए और वह बिना इसकी परवाह किए अवकाश पर चले गए। रेल प्रशासन द्वारा इसे घोर लापरवाही मानते हुए सम्बन्धित गार्डों को चार्जशीट जारी कर दी। इस पर खलबली मच गयी। प्रभावित गार्डों ने अवकाश पर जाने की मजबूरी दर्शाते हुए जवाब देना शुरू कर दिए हैं। हालांकि गार्डों द्वारा अवकाश देने में सौतेला व्यवहार बताया जा रहा है।