• एक निरीक्षक व दो उपनिरीक्षकों को मिला थाना का चार्ज
    झांसी। बराठा गांव में भांग की दुकान पर दो लोगों के पास से भारी मात्रा में पकड़े गांजा के मामले में बड़ागांव थानाध्यक्ष को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार ने लाइन हाजिर कर जनपद के पुलिस महकमे को संदेश दिया है कि अवैध काम में लिप्त कर्मियोंं को बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्यवाही के बाद एसएसपी ने पुलिस महकमे में फेरबदल शुरू किया दिया। जिसमें एक निरीक्षक व दो उपनिरीक्षकों को थाने की जिम्मेदारी सौंपी तथा तीन निरीक्षकों के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया।
    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार ने अपराध नियंत्रण के मददेनजर बड़ागांव थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक सुधीर पवार को लाइन हाजिर कर दिया। उनके स्थान पर पुलिस लाइन्स से उपनिरीक्षक वीर सिंह को बड़ागांव थानाध्यक्ष बनाया है। इसके अलावा उपनिरीक्षक देवेश कुमार उपाध्याय को चौकी प्रभारी इलाइट से थानाध्यक्ष एरच, निरीक्षक दीपक मिश्रा को प्रभारी डीसीआरबी से प्रभारी निरीक्षक बरूआसागर, निरीक्षक ब्रजनेश कुमार को प्रभारी निरीक्षक बरुआसागर से अपराध शाखा, निरीक्षक सभाजीत मिरा को प्रभारी निरीक्षक एरच से अपराध शाखा, निरीक्षक सुनील कुमार को अपराध शाखा से प्रभारी डीसीआरबी के पद पर तैनाती की है। मालूम हो कि गोपनीय सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार के निर्देशन में बड़ागांव थाना के ग्राम बराठा स्थित भांग की एक दुकान पर छापा मारा गया था। इस दुकान से पुलिस टीम ने १ किलो ७०० ग्राम गांजा बरामद किया, साथ ही मौके से गांजा बेच रहे विष्णुकान्त शर्मा व मनोज वर्मा को भी पकड़ा था। इस मामले में बड़ागांव थानाध्यक्ष की लापरवाही उजागर हुई और एसएसपी ने उक्त प्रकरण में बड़ागांव थानाध्यक्ष पर कार्यवाही की।