झांसी। सीपरी बाजार में शास्त्री विश्व भारती संस्कति संस्थान शास्त्री सदन में साहित्यिक सरस काव्य संगोष्ठी डा. धन्नूलाल गौतम के मुख्य आतिथ्य में एवं सुखराम चतुर्वेदी फौजी की अध्यक्षता में हुई। विशिष्ट अतिथि ए.के. हिंगवासिया, बाला प्रसाद यादव, देवेन्द्र भारद्वाज, बृजलता मिश्रा, यज्ञदत्त वर्मा, नाथूराम शर्मा, रामस्वरूप त्रिपाठी ने कोरोना वायरस के संक्रमण व नियंत्रण पर बुन्देली भाषा में छन्द व चौकडिय़ां प्रस्तुत कीं। रंगोत्सव होली को समर्पित गोष्ठी का शुभारम्भ वाणी वंदना से हुआ। तत्पश्चात फाग व होली पर आधारित सरस काव्य रचना का क्रमश: गया प्रसाद वर्मा मुधेरश, श्याम शरण सत्य, धर्मेश कुमार, राहुल मिश्रा चिरगांव, संजय राष्ट्रवाद, अताउल्लाखान, जमुना प्रसाद सरगैया, कृष्णलाल यादव, डा. केके साहू, रमेश प्रताप सिंह ने प्रेरक काव्य प्रस्तुति दी। इस अवसर पर बाईसाहब की ताजिया कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल रसीद, अरूण द्विवेदी महामंत्री, रतन राय, देवेश श्रीवास्तव, मुन्ना राईन, मुहम्मद इरफान, मुहम्मद बफाती राइन एवं समस्त ताजिया परिवार, सुभाष, दीपक, जीवन कुशवाहा आदि अनेक श्रोतागण उपस्थित रहे। गोष्ठी का संयोजन व संचालन डा. नीति शास्त्री ने किया। नारी सशक्तिकरण के लिये समर्पित काव्य पंक्तियों – कोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति की अवतारी है, तेरे तप त्याग सेवा के आगे मौत भी तुझसे हारी है। कोरोना को मत रोना जो संस्कृति कहती वही करो-ना—के साथ डा. नीति शास्त्री ने आभार व्यक्त किया।