शनिवार की रात से लगेगा ग्रहण का सूतक
झांसी। 900 साल बाद अद्भुत सूर्य ग्रहण रविवार को लग रहा है जबकि इसका सूतक काल शनिवार की रात में 09:52 मिनट से शुरू हो जाएगा। यह वर्ष 2020 का पहला सूर्य ग्रहण है। यह सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा, जिसमें चंद्रमा सूर्य का करीब 98.8% भाग ढक देगा। इस ग्रहण का नजारा भारत समेत नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया कोंगों में दिखेगा। जानकारों के मुताबिक भारत में देहरादून, सिरसा अथवा टिहरी के कुछ प्रसिद्ध शहरों में वलयाकार सूर्य ग्रहण का खूबसूरत नजारा देखा जा सकेगा। देश के अन्य हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखेेगा।

सूर्य ग्रहण और सूतक काल का समय
देश की राजधानी दिल्ली में सूर्य ग्रहण की शुरुआत 09:15 बजे होगी. ग्रहण 12:02 PM बजे अपने पूर्ण प्रभाव में होगा और इसकी समाप्ति 03:04 बजे होगी. यह ग्रहण 06 घंटे का लंबा ग्रहण होगा। इसकी वजह से पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है। देश के अन्य शहरों में ग्रहण के समय में कुछ अंतर देखने को मिल सकता है। इस ग्रहण का सूतक काल की शुरुआत ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले हो जाएगी. सूतक काल आज शनिवार रात 09:52 बजे से लग जाएगा।

वक्री रहेंगे छह ग्रह
सूर्यग्रहण के काल में एक साथ छह ग्रह बुध, गुरु, शुक्र, राहू व केतु वक्री रहेंगे। यह ग्रहण आर्थिक मंदी की ओर इशारा कर रहा है। ग्रहण के समय मंगल जलतत्व की राशि में बैठकर सूर्य, बुध, चंद्रमा और राहू पर दृष्टि कर रहा है। यह सब भारी बारिश की ओर संकेत दे रहा है, दूसरी ओर एक माह में दो से अधिक ग्रहण लगने से आमजन को कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा योग 900 साल बाद बन रहा है।

खुली आंखों से न देखें सूर्य ग्रहण
जानकारों के मुताबिक ग्रहण के दौरान आपको घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। चंद्रमा की तरह सूर्य ग्रहण खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि इसका बुरा असर आपकी आंखों पर पड़ सकता है। सूर्य ग्रहण को सुरक्षित तकनीक या तो एल्युमिनेटेड मायलर, ब्लैक पॉलिमर, शेड नंबर 14 के वेल्डिंग ग्लास या टेलिस्कोप द्वारा सफेद बोर्ड पर सूर्य की इमेज को प्रोजेक्‍ट करके करके उचित फिल्टर का उपयोग करके देखा जा सकता है।