झांसी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आज कारगिल विजय की 21वीं जयंती के उपलक्ष्य में ऑनलाइन बैठक कर कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर सेनानियों को याद किया गया. अभाविप की महानगर मंत्री जया श्रीवास्तव ने बताया कि कारगिल विजय भारतीय स्वतंत्रता उत्तरोत्तर काल की एक महत्वपूर्ण घटना है. यह घटना में याद दिलाती है कि हमारा पड़ोसी देश मैत्रीपूर्ण भाषा नहीं समझता है. 18000 फीट की ऊंचाई पर बैठे दुश्मनों को  हराकर भारत के  युद्ध वीरों ने साबित कर दिया है  कि वह  विश्व के सर्वश्रेष्ठ सैनिक हैं.  इसी का परिणाम है कि  अब पाकिस्तान छद्म युद्ध का सहारा लेता रहता है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं द्वारा इस अवसर पर अपने घरों में दीप जलाकर  करगिल युद्ध में शहीद होने वाले वीर सेनानियों को श्रद्धांजलि दी गई. झाँसी मीडिया प्रभारी हर्षदीप अरोरा ने कहा की युवायों के आदर्श सौरभ कालिया जैसे राष्ट्र के लिए जान निछावर करने वाले वीर सेनानी होने चाहिये. स्वतंत्रता स्थायी नहीं होती बल्कि उसके लिए समय समय पर बलिदान देना पड़ता है. ऑनलाइन संगोष्ठी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं विभाग संगठन मंत्री अजय यादव इस अवसर पर कार्यकर्तायों को वृहद संपर्क अभियान के लिए तैयार रहने के लिए कहा. उन्होंने कहा की संगठन हमेशा छात्र हित में कार्य कर्ता है. अधिक से अधिक छात्रों को इस सकरात्मक एवं राष्ट्रीय विचारधारा वाले संगठन से जुड़ना चाहिए. इस अवसर पर जिला प्रमुख प्रसन्न जैन, महानगर अध्यक्ष श्री त्रिपाठी, प्रांत सह मंत्री वेद श्रीवास्तव, प्रांत सोशल मीडिया प्रमुख अजय शंकर तिवारी, महानगर उपाध्यक्ष डॉ कौशल त्रिपाठी, डॉ मानवेंद्र सिंह सिंगर, डॉ मनीषा,  डॉ अमित, जिला छात्रा प्रमुख डॉक्टर रेखा लगरखा, के साथ साथ विकास नायक, समरेंद्र प्रताप सिंह, आशुतोष मिश्रा, आयुष उपाध्याय, सिद्धार्थ झा, संस्कृति गिरवासिया, अंजलि वाल्मीकि, मिली वैद्यराज, उदय प्रताप सिंह, जयवर्धन मिश्रा आदि छात्र उपस्थित रहे।