झांसी। आज कांग्रेस जनों ने भारत छोड़ो आंदोलन अगस्त क्रांति की वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर पूर्व जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी के मुख्य आतिथ्य में एवं श्रीमती नीता अग्रवाल की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के सेनानियों को याद किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन देश की आजादी का निर्णायक आंदोलन था, जिस का प्रस्ताव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मुंबई अधिवेशन में 8 अगस्त 1942 को किया गया था। जिसके फलस्वरूप 15 अगस्त 1947 को देश ने आजादी पाई। इस आंदोलन ने ब्रिटिश हुकूमत की जड़ें हिला कर रख दीं।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मनीराम कुशवाहा ने कहा कि अगस्त क्रांति का शंखनाद करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए देशवासियों से करो या मरो का आव्हान किया था। गांधी जी की प्रेरणा से करोड़ों भारतीय आंदोलन में कूद पड़े और अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था। देश की आजादी के लिए भारत छोड़ो आंदोलन एक ऐतिहासिक आंदोलन साबित हुआ।

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्रीमती नीता अग्रवाल ने कहा कि
अगस्त क्रांति में देश पर न्योछावर होने वाले असंख्य सेनानियों ने आजादी के लिए संघर्ष किया। हम आज उन सब को याद करते हुए यह संकल्प लें कि हमें अपनी आजादी को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय एकता अखंडता और भाईचारे के लिए कार्य करें। यही उन वीर सेनानियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

इस अवसर पर वक्ताओं में रघुराज शर्मा, अशोक सक्सेना एडवोकेट, मो शफीक, रशीद कुरेशी, श्रीमती मीना आर्य, सौरव साहू, प्रीति बुंदेला, मुमताज बेगम, फरीदा मंसूरी, आबिदा, सलमा, शहनाज खान आदि ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए।

गोष्ठी का संचालन जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री अमीर चंद आर्य ने एवं आभार श्रीमती मुन्नी देवी अहिरवार ने किया।