झांसी। यूएमआरकेएस की जोनल कार्यसमिति की बैठक में इंजीनियरिंग विभाग के ट्रैक मेंटेनर कर्मचारियों की समस्याओं पर प्रमुखता से विचार-विमर्श किया गया है। बैठक में ट्रैक मेंटेनर कर्मचारियों के वेतन से 400-400 रुपये की चंदा कटौती पर रोक लगाने, उनकी वरीयता सूची समय पर जारी करने, केडर रिस्ट्रक्चरिंग आरबीई नं- 44/2019 को लागू करने, ग्रेड पे 1800 से 1900, 2400, 2800 की रिक्तियों को शीघ्र भरने, रिस्क एलाउंस का समान रूप से भुगतान करने, यूनिफॉर्म भत्ता/सेफ्टी शूज की कीमत समय पर भुगतान करने, पीएमसी के बंद की रोक को हटाने, पानी की बोतल की आपूर्ति प्रति वर्ष करने, टूलबॉक्स/गेटों पर पानी की सुविधा व विद्युत की व्यवस्था करने, 12 घंटे ड्यूटी रोस्टर को समाप्त करने, ऑनलाइन सेटलमेंट व्यवस्था शुरू करने, ट्रैक मेंटेनर कर्मचारियों की समस्याओं के निदान हेतु मंडल स्तर पर एक समिति का गठन करने इत्यादि समस्याओं की मांग एक पोस्टर जारी करके की गई है। इसके साथ ही समय पर अवकाश स्वीकृत ना करके, विश्राम ना देना, छोटी-छोटी बातों पर अनुपस्थित दर्शाकर वेतन काट लेना आदि परेशानियां भी शामिल हैं।

बैठक में दोनों मान्यता प्राप्त संगठन के द्वारा भी ट्रैक मेंटेनर कर्मचारियों के वेतन से ₹400-400 की कटौती करके शोषण करने का आरोप लगाया गया है और जो कर्मचारी अपना चंदा बंद करवाने हेतु आवेदन दे रहे हैं, उन कर्मचारियों को यूनियनों एवं प्रशासन के द्वारा परेशान किया जा रहा है जो अत्यंत निंदनीय है।
बैठक में मुख्य रूप से जोनल कार्यकारी अध्यक्ष अंबिका प्रसाद श्रीवास्तव, मंडल मंत्री सी के चतुर्वेदी, मंडल संगठन मंत्री कपिल मिश्रा, सहायक मंडल मंत्री राम सिंह परिहार, अंकित श्रीवास्तव, संजीव वर्मा, मुकेश तिवारी, सुशील अग्रवाल, आशीष पांडे, स्वतंत्र कुमार साहू इत्यादि लोग उपस्थित हुए।