– किसान विरोधी नीतियों पर बने तीनो कानूनों को वापस सरकार वापस ले

झांसी। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में देश की राजधानी को जाम कर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में बुंदेलखंड की हृदय स्थली झांसी में किसानों ने गौरीशंकर विदुआ राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान रक्षा पार्टी के नेेेतृत्व में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
इस दौरान किसान नेता गौरीशंकर विदुआ ने बताया कि भारत सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानून जिसे सरकार द्वारा किसान हितैषी बताया जा रहा है वह कानून धरातल पर किसान विरोधी सिध्द हो रहे हैं। तीनो कानून केंद्र सरकार द्वारा वापिस नही लिए गए तो कृषि प्रधान देश कृषि एवं किसान विहीन हो जायेगा। भारत की 70 प्रतिशत जनसंख्या का आधार कृषि है कृषि उधोग नही बल्कि किसान के परिवार का भरण पोषण का साधन है यदि किसान परिवारों के ऊपर उक्त तीनों काले कानून थोपे गए तो भारत का किसान ही नही देश की अर्थव्यवस्था व विकास पर बहुत बुरा असर पड़ेगा क्योंकि किसान देश की रीढ़ की हड्डी है यह किसानों ने कोविड-19 जैसे विपरीत समय मे सिध्द करके भी दिखाया है।
उन्होंने बताया कि भारत का किसान केंद्र सरकार से कृषि फसल की एमएसपी की गारंटी तथा उधोगपति एवम किसान के बीच विवाद की स्थिति में एसडीएम और जिलाधिकारी के बाद कोर्ट जाने की अनुमति ही तो मांग रहा है इसमें सरकार भी अपनी सहमति व्यक्त कर रही है लेकिन यही स्वीकृति लिखित में देने या कानून में एक लाइन बढ़ाने से क्यो कतरा रही है।
किसान नेता ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानून पर किसानों को संदेह है यदि केन्द्र की मंशा किसानों के प्रति साफ है तो एमएसपी की गारंटी और विवादित स्थित में न्यायालय की अनुमति दी जाए या इन तीनो कानूनों को वापस लिया जाए। उक्त मांगों को लेकर दिल्ली में किसान आंदोलित है उन आंदोलित किसानों का बुन्देलखण्ड के किसानों ने पूर्ण समर्थन करते हुए बुन्देलखण्ड के झाँसी शहर में गांधी उत्थान पार्क कचहरी चौराहे झाँसी से अपना आंदोलन प्रारम्भ कर दिया गया है।