झांसी। बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को ज्ञापन भेंट करते हुए बताया गया कि 30 जून 2020 को मुख्यमंत्री के आगमन पर बुंदेलखंड क्षेत्र में किये जा रहे अवैध खनन का वीडियो एवं फोटो साक्ष्य सहित पैन ड्राइव में सौपने के लिये भेंट करने की अनुमति चाही थी, किंतु उसे हाउस अरेस्ट कर अवैध खनन के साक्ष्य दिए जाने से रोका गया।

ज्ञापन में कहा गया कि बुंदेलखंड क्षेत्र में खनिजों का आकूत भंडार हैं जिसका अवैध खनन चौकी नियुक्त पुलिस कर्मियों, खनन अधिकारियों, एवं राजनेताओं की मिली भगत से बडी मात्रा में किया जा रहा हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र में अवैध खनन पर सख्ती से रोक लगाने पर भारी मात्रा में राजस्व की प्राप्ति सरकार को हो सकती हैं। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से मांग हैं कि खनन अधिकारी एवं चौकी इंचार्ज के क्षेत्र में अवैध खनन पकड़ा जाए उनके विरूद्ध एफ आई आर कराई जाय साथ ही, विभिन्न भी कठोर कराई जाय जिनके संरक्षण में अवैध खनन फल फूल रहा हैं। राज्य सरकार का राजस्व बड़े स्वयं ट्रैक्टर-ट्राली से घाटो से बालू व मोरम ले जाने की अनुमति प्रदान की जाय। बालू-मोरम को अपनी निजी ट्रैक्टर-ट्रालियों/बैलगाड़ियों से ले जाने के लिए राजस्व की धनराशि (एम एम 11) घाट पर ही रसीद काट कर राजस्व वसूल करवा ली जाय।

ज्ञापन भेंट करने वालो में मोर्चा के पदाधिकारियों में महामंत्री अशोक सक्सेना एडवोकेट , कोषाध्यक्ष वरुण अग्रवाल, हमीदा अंजुम, रघुराज शर्मा प्रवक्ता, देवीसिंह कुशवाहा, उत्कर्ष साहू, गिरजाशंकर राय, पंकज मिश्रा नोटा, ललित पराशर, गोलू ठाकुर, पार्षद पुष्पेंद्र वर्मा ,नरेश वर्मा, ब्रजेश राय, कुंवर बहादुर आदिम,जयकरण निर्मोही, हनीफ खान ,अनिल कश्यप , प्रभुदयाल कुशवाहा, बी आर निषाद बट्टागुरु, रामगुप्ता सदर ,अनिल कुमार ,राकेश त्रिपाठी, पुनीत सक्सेना ,विकास शर्मा अध्यक्ष बुंदेलखंड जन क्राँति सेना के अध्यक्ष विकास शर्मा, मकबूल हुसैन सिद्दीकी व शुभम गौत्तम ने समर्थन देकर सहयोग किया। बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा से हरिमोहन विश्वकर्मा व अजय शर्मा ने अपनी सहभागिता निभाकर चेतावनी देते हुए आंदोलन को आगे बढ़ाने की बात कही।