बुविवि दीक्षांत समारोह में दीपमाला को स्वर्ण पदक सहित 33 पदक वितरित

– 49 शोध उपाधियों का भी वितरण, सर्वाधिक 23 कला संकाय में उपाधि

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के 25 वें दीक्षांत समारोह को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कुलाधिपति/राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वीरांगना लक्ष्मीबाई का स्मरण करते हुए कहा कि प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष व दीक्षांत पर्व अपने साथ एक नयी चुनौती तथा नयी संभावना लेकर आता है। जिन स्नातकों ने इस अवसर पर पदक एवं पुरस्कार प्राप्त किये हैं उनको विशेष शुभकामनायें देते हुए कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि नए समाज और नए भारत के निर्माण में आप अपना योगदान देंगे। कुलाधिपति ने बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय को स्वावलंबन एवं बहु-आयामी विकास का प्रतीक निरुपित किया और विश्वविद्यालय की प्रगति की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि यह बताते हुए अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है कि हमारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भाषा, सभ्यता, संस्कृति, सामाजिक मूल्यों को समुचित महत्व मिला है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का विजन भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए नए आयाम स्थापित करने का अवसर है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का स्वरूप भारतीय है। यह पूरी तरह से भारत की भारतीय शिक्षा नीति है। नीति के सफल अमल से भारतीय ज्ञान के साथ-साथ भारतीय आवश्यकताओं के अनुसार विद्यार्थियों में स्किल विकसित होगा, जो बहुमुखी प्रतिभा संपन्न युवाशक्ति का निर्माण करेगा। देश आत्मनिर्भर और सशक्त भारत की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जरुरी है कि डिजिटल गतिविधियों को अधिक से अधिक प्रसारित करने के लिए तकनीक को उपयोगकर्ता के लिए सरल और सुविधा सम्पन्न बनाया जाये। स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान खोजने के साथ ही जरूरत इस बात की है कि ऐसी जीवनशैली के मॉडल्स के बारे में भी सोचा जाए, जो आसानी से सुलभ हों। उसमें गरीबों, सबसे कमजोर लोगों के साथ ही साथ हमारे पर्यावरण की देखरेख को प्रमुखता हो। कुलाधिपति ने युवा स्नातकों से आग्रह किया कि वे जागें और उठ कर एक उच्चत्तर चेतना, एक नए समाज, एक नए भारत और एक नई दुनिया के लक्ष्य की ओर बढ़ें।
समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर अविनाश चंद्र पांडे ने  बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की प्रगति व उपलब्धियों की सराहना की। प्रोफेसर जेवी वैशंपायन कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने स्वागत अभिभाषण के साथ प्रगति आख्या प्रस्तुत की।
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि सहित कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रोफेसर जे वी वैशंपायन एवं विशिष्ट अतिथि मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा ने संयुक्त रूप से छात्र-छात्राओं को अलंकरण से सुशोभित किया। इस दौरान एमएससी कृषि की छात्रा दीपमाला जैन को 88.8 फीसदी अंक पाकर कुलाधिपति स्वर्ण पदक सहित पाच पदकों से नवाजा गया, इसके अलावा 44 छात्र-छात्राओं को विभिन्न पदों से सुशोभित किया गया तथा 34 छात्र-छात्राओं को विन्यासी पदक प्रदान किए गए, कार्यक्रम में प्राइमरी स्कूल कोछाभांवर के बच्चों को पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया।
समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय प्रांगण में विभिन्न स्वयं सहायता समूह, एफपीओ, प्रधानमंत्री आवास शहरी व ग्रामीण,ओडीओपी के स्टालों को लगाया गया, स्टालों का निरीक्षण समस्त अतिथियों द्वारा किया गया। इस मौके पर उन्होंने स्वयं सहायता समूह, एफपीओ के कार्यों की सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह व शाल पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में राज्यमंत्री मन्नु लाल कोरी, विधायक गरौठा जवाहरलाल राजपूत, विधायक मऊरानीपुर बिहारी लाल आर्य, आईजी एसएस बघेल, जिलाधिकारी आंद्रा वामसी, मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, नगर आयुक्त अवनीश चंद्र राय सहित विभिन्न संकाय की अधिष्ठाता के रूप में प्रोफेसर, अभिभावक व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।