झांसी। राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ द्वारा मंडलायुक्त को संबोधित एक ज्ञापन अपर आयुक्त को सौंपा गया, ज्ञापन में महासंघ ने आरोप लगाया कि 19 मार्च से लगातार चला आ रहा नन प्रकरण जिसमें हिंदूवादी नेता अंचल अड़जरिया को गलत तरीके से फसाया गया है। 19 मार्च के दिन सूचना प्राप्त होने पर अंचल अड़जरिया स्टेशन पहुँचे थे जहाँ आरपीएफ और जीआरपी द्वारा दो नन एवं दो महिला प्रशिक्षुओं को धर्मांतरण के शक के आधार पर ट्रेन से उतारा गया था परंतु मामला गलत पाए जाने पर सभी को ससम्मान उनके गंतव्य के लिए भेज दिया गया था। इस मामले में किसी अन्य पर कार्यवाही ना करते हुए अंचल अड़जरिया को जबरन फंसाया गया है।

मामले की वास्तविकता बताते हुए महासंघ ने कहा कि 20 मार्च से लेकर अभी तक अंचल अड़जरिया ना तो स्टेशन गए हैं ना ही स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में, इसकी जाँच उनके फोन लोकेशन और सीसीटीवी कैमरों के आधार पर की जा सकती है। अंचल सदैव जुआ-सट्टा, अवैध खनन, अवैध कब्जा, अतिक्रमण, अवैध शराब, भ्रष्टाचार और अनैतिक कार्यों का विरोध करते रहते हैं साथ ही साथ ही गौरक्षा एवं सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए कार्य करते रहते हैं इसीलिए जानबूझकर उनके ऊपर यह कार्यवाही की गई है राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ अनुरोध करता है कि निष्पक्ष जांच कराकर अंचल अड़जरिया पर लगाए गए मुकदमे को समाप्त किया जाए।