झांसी। प्रथम स्वाधीनता संग्राम की दीपशिखा वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर हर वर्ष बलिदान ज्योति यात्रा का आयोजन किया जाता है। यह यात्रा झांसी किले से प्रारंभ अनेक स्थानों पर भ्रमण करके ग्वालियर तक जाती है जहाँ झाँसी की रानी के बलिदान स्थल पर यात्रा समाप्ति के बाद तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। जिसका उद्घाटन प्रत्येक वर्ष मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है। लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते जिस प्रकार की गाइडलाइन सरकार द्वारा लागू की गई है, उसी आधार पर सूक्ष्म रूप में यह शौर्य यात्रा निकाली जाएगी। अंचल अड़जरिया ने कहा महारानी लक्ष्मीबाई को प्रथम स्वाधीनता संग्राम की दीपशिखा कहा जाता है हम झांसी के निवासी हर वर्ष इस परंपरा का निर्माण कर रहे हैं। हिंदू जागरण मंच का उद्देश्य अखंड भारत स्थापना का है यह यात्रा इस वर्ष भी धूमधाम के साथ निकाली जाएगी। इस वर्ष यह यात्रा हिंदू जागरण मंच के प्रदेश संगठन मंत्री राजेश जी के मुख्य आथित्य में निकाली जाएगी। उन्होंने झांसी वासियों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की है।