झांसी। नगर निगम झांसी द्वारा करारी में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस अपशिष्ठ प्रबंध हेतु नवनिर्मित एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर का मेयर रामतीर्थ सिंघल ने लोकार्पण किया। बताया गया है कि करीब 33.67 लाख रुपये की लागत से निर्मित एमआरएफ सेंटर में गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग कर निस्तारण कर उससे मिलने वाले मटेरियल का इस्तेमाल कम्पोस्ट खाद्य एवं सड़क निर्माण में किया जाएगा। फिलहाल इस सेंटर में काम कब शुरू होगा यह अभी तय नहीं है क्योंकि इसमें मशीनों के लगने का इंतजार है।

गौरतलब है कि शासन ने स्वच्छ भारत मिशन को लेकर सूखा एवं गीले कचरे का निस्तारण हेतु मेरठ शहर की तर्ज पर एमआरएफ प्लांट लगाने की स्वीकृत दी थी। इसके बाद नगर निगम ने करारी क्षेत्र में 33.67 लाख की लागत से सेंटर को निर्मित कराया। सेंटर तैयार होने के बाद मशीनों को लगाये जाने की जिम्मेदारी निगम के स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर सौंपी गई है। मशीन लगने के बाद ही कचरा निस्तारण सम्भव होगा। मेयर रामतीर्थ सिंघल ने बताया कि उक्त सेंटर में शहर भर से निकलने वाले कचरे को लाया जाएगा। कचरे के क्वालिटी के आधार पर उसका फेब्रीकेशन का कार्य मैनपावर के माध्यम से कराया जाएगा। इसके बाद मशीनों के जरिये गीले व सूखे कचरे की मशीनों द्वारा छटाई कर अलग-अलग किया जाएगा। गीले कचरे से कम्पोस्ट खाद्य और सूखे कचरे से अन्य मटेरियल बनाया जाएगा। जिसका इस्तेमाल सड़क निर्माण आदि में भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कूड़े से प्राप्त रिसाइकिल प्लास्टिक से टाइल्स का निर्माण भी किया जाना सम्भव हो सकेगा, जो अन्य टाइल्स के मुकाबले काफी मजबूत होगा। उक्त प्लांट लगाये जाने से जहां प्रदूषण कम होगा, वहीं कचरे से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा।