‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ अवॉर्ड पाकर रचा इतिहास
तमिलनाडु की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू इन दिनों सुर्खियों में हैं। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पर उनके कामों के बारे में बात की जा रही है। उन्हें यूएन चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया है। बता दें कि आईएएस सुप्रिया साहू ने 1989 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी।
यूएन का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार
Inspiration and Action कैटेगरी में यह अवॉर्ड जीतकर उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत का नाम रोशन किया है। यह सम्मान संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार है।
क्यों मिला अवार्ड
तमिलनाडु में पर्यावरण सुधारने, जलवायु परिवर्तन से लड़ने और बिना प्रदूषण वाली कूलिंग टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के बेहतरीन कार्य के लिए उन्हें यह अवॉर्ड मिला।
1991 बैच की आईएएस
1991 बैच की तमिलनाडु कैडर की आईएएस हैं। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती चरण में नीलगिरि जिले की कलेक्टर के तौर पर ‘ऑपरेशन ब्लू माउंटेन’ चलाया था। ‘ऑपरेशन ब्लू माउंटेन’ अभियान का उद्देश्य नीलगिरि में एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक (single-use plastic) को खत्म करना था।
गिनीज बुक में नाम दर्ज
इसके कारण एक ही दिन में सबसे अधिक पेड़ लगाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना, जो कि आईएएस सुप्रिया साहू के नाम पर दर्ज है।
कौन हैं IAS सुप्रिया साहू
सुप्रिया साहू का जन्म 27 जुलाई 1968 को हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली और ग्रेजुएशन की शिक्षा पूरी करने के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश से वनस्पति विज्ञान में मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc.) की डिग्री हासिल की थी। सुप्रिया साहू ने साल 1989 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी और 1991 बैच की आईएएस अधिकारी बनीं। (Times Now Navbharat)













