– सरसौकी व पारीछा की घटनाओं में समानता से आरपीएफ उलझन में

झांसी। उमरे के झांसी मंडल अंतर्गत झांसी-कानपुर रेल लाइन पर सरसौकी स्टेशन के होम सिग्नल पर सिक्का रख कर व सिग्नल को मिट्टी लगा कर गाड़ी को रोक कर तीन महिलाओं से लूट करने वालों का सुराग भी नहीं लग पाया था बदमाशों ने उसी तरह से पारीछा स्टेशन के अप होम सिग्नल को रेड कर एक तीन महिला से लूट की और दो से लूट का प्रयास किया। इससे संभावना है कि दोनों घटनाओं को एक ही गिरोह ने अंजाम दिया है।

25 अगस्त को लगभग 2.26 बजे पारीछा स्टेशन का अप होम सिग्नल रेड हो गया है जिसके कारण गाडी सं0 02533 पुष्पक एक्सप्रेस खडी हो गई। यह सूचना मिलने पर तत्काल पारीछा स्टेशन पर तैनात आरपीएफ स्टाफ ने तत्परता दिखाते हुए घटनास्थल (किमी नं0 1150/43-45) के सिग्नल पर पहुॅच कर जांच पड़ताल शुरू कर दी। जांच में पता चला कि सिग्नल पर मिट्टी लगी थी व कपडा बंधा हुआ था। इतना ही नहीं ग्लू-ज्वाइंट पर सिक्का रखा था। इसके कारण सिग्नल रेड हो गया था।

उक्त घटना के कारण गाडी सं0 02533 पुष्पक एक्सप्रेस उक्त सिग्नल पर 2 से 2.50 बजे तक लगभग 50 मिनट तक खडी होकर गई। उक्त गाडी में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात जीआरपी ट्रेन स्क्वायड ने गाडी में गस्त कर पूछताछ कर सुराग लगाने की कोशिश की।आरपीएफ स्टेशन पोस्ट स्टाफ द्वारा उक्त ट्रेन के झांसी स्टेशन पर 3.15 बजे आने पर चैक किया गया, किंतु कुछ भी असामान्य नहीं मिला। गाडी 3.25 बजे झाॅसी से भोपाल की ओर रवाना हुई। इस दौरान गाड़ी में तैनात आरपीएफ भोपाल मण्डल के स्टाफ को कोच सं0 एस-9 बर्थ सं0 12 पर उन्नाव से मुम्बई के लिए यात्रा कर रही माधुरी चौधरी द्वारा बताया कि जब गाडी खडी हुई थी उसी दौरान एक युवक द्वारा खिड़की से हाथ डाल कर उसके कान की सोने की वाली खींची और भाग गया। शोर मचाने पर यात्रियों ने बाहर देखा तो 4-5 युवक भागते नजर आए। इस दौरान दो अन्य महिला यात्री रहमूल निशा (कोच एस-7 बर्थ सं0 65) तथा स्नेहलता (कोच सं0 एस-13 बर्थ सं0 25, 28) के द्वारा बताया कि उनके साथ भी बदमाशों द्वारा खिडकी से हाथ मारकर बैग छीनने का प्रयास किया, किंतु सफलता नहीं मिली और वह भाग गए। इस घटनाक्रम से यात्रियों में सुरक्षा में लापरवाही से दहशत रही।