राहत : रहस्यमय ढंग से गायब ट्रांसपोर्टर 12 दिनों बाद झांसी स्टेशन पर मिला

झांसी। 23 सितंबर को झांसी मेडिकल कालेज में दुपहिया वाहन छोड़ कर रहस्यमय ढंग से लापता हुआ ट्रांसपोर्टर आखिरकार झांसी रेलवे स्टेशन से लगभग 12 दिन बाद उस समय मिल गया जब वह विविध स्थानों से घूम कर झांसी से दिल्ली भागने की फिराक में था। ट्रांसपोर्टर के सकुशल मिलने से परिजनों व पुलिस ने राहत की सांस ली है।

गौरतलब है कि बरुआसागर के मिलान मुहल्ला निवासी ट्रांसपोर्टर अरविंद गुप्ता 23 सितम्बर को अपनी एक्टिवा गाड़ी से बरुआसागर से झांसी आ कर मेडिकल कालेज में भर्ती अपने मित्र के बेटे देखने पहुंचा था। रात लगभग 8 बजे वह गाड़ी छोड़ कर मेडिकल से निकला। इसके बाद वह घर नहीं पहुंचा और रात लगभग दस बजे से मोबाइल फोन बंद हो गया। रात भर पता न चलने से परिजन किसी अनहोनी की आशंका से परेशान रहे। सुबह पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस को ट्रांसपोर्टर की गाड़ी मेडिकल कालेज में खड़ी मिल गयी थी।
ट्रांसपोर्टर के गायब होने की घटना पुलिस के लिए पहेली बन गई। पुलिस की टीमें उसका पता लगाने जुटी रहीं। एक सुराग मिलने पर पुलिस ने बरुआसागर के अजय सोनी को पकड़ कर पूछताछ की पर सुराग तो नहीं मिला पुलिस ही परेशानी में फंस गयी।

आज नवाबाद पुलिस को लापता अरविंद गुप्ता की झांसी रेलवे स्टेशन के पास मौजूदगी पता चली। इस पर प्रभारी निरीक्षक नवाबाद संजय कुमार शुक्ला ने तत्काल फोर्स के साथ स्टेशन पर जाकर अरविंद गुप्ता को पकड़ लिया  और उसे लेकर थाने आयी। पुलिस ने उससे पूछताछ की। पुलिस के अनुसार अरविंद लम्बे कर्ज से परेशान हो गया था। वह डम्पर की किश्तें भी नहीं चुका पा रहा था। साथ ही बेटी की शादी की चिंता भी उसे परेशान कर रही थी। उसने कर्जदारों से बचने के लिए घर से लापता होने का खेल रचा और इस कहानी में अपने दोस्त अजय सोनी उर्फ सेठ को भी शामिल कर लिया।

पूछताछ में पता चला कि अरविंद ने योजना के तहत गायब होने से पूर्व दो नए मोबाइल फोन व नई सिम झाँसी से खरीदी। एक फोन व सिम उसने खुद रखी, जबकि दूसरी अजय सोनी को दी। उसकी सोच थी कि वह अजय से घर के हाल लेता रहेगा और किसी को उसका पता भी नहीं चलेगा। उसने सबसे आखिर में अजय से ही बात की थी, तभी पुलिस ने अजय को पूछताछ के लिए पकड़ा था। अरविंद ने तलाश में जुटी पुलिस टीमों को खूब छकाया। वह सागर, जगन्नाथपुरी आदि स्थानों पर घूमता रहा और फिर झांसी आकर दिल्ली भागने की कोशिश में था लेकिन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया।

अजय की हालत में सुधार नहीं – अरविंद गुप्ता के प्रकरण में पूछताछ के लिए पकड़े गए अजय सोनी मेडिकल कॉलेज में भर्ती है, किंतु उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री देने के कारण अजय ने फांसी लगाने की कोशिश की थी। इस मामले में थानाध्यक्ष नवाबाद विजय कुमार पांडे सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।