– 10% से अधिक आबादी वाले पंथों का अल्पसंख्यक दर्जा हो समाप्त- अंचल अड़जरिया

झाँसी। हिंदू जागरण मंच के प्रांत समन्वयक अंचल अड़जरिया ने बताया कि हिंदू जागरण मंच द्वारा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र की समस्त विधानसभा क्षेत्रों पर आम जनमानस को जागृत करने एवं सनातन संस्कृति की रक्षा, देश हित में, प्रदेश हित में मतदान करने के लिए निरंतर रूप से अभियान चलाया जा रहा है। पूरे प्रांत में महिलाओं, युवाओं, साधु संतों की टोलियां के माध्यम से जन जागृति, आम जनमानस को गुंडागर्दी से मुक्त रखने, उनकी चल अचल संपत्ति को सुरक्षित रखने, राम मंदिर निर्माण से सनातन संस्कृति की ध्वजा विश्व में फहराने, कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद पहली बार लाल चौक पर झंडा फहराने जैसी बातें, महिलाओं बेटियों की सुरक्षा, लव जेहाद जैसी घटनाओं से बचाव आदि विषय पर जागृत कर मतदान करने की अपील की जा रही है।

यहां सिद्धेश्वर मंदिर में मीडिया को संबोधित करते हुए अंचल अरजरिया ने बताया कि पूरे देश के अंदर ओवेसी व उन जैसी विचारधारा के लोगों के द्वारा देश राज्य एवं अन्य संस्थाओं के नियम कायदे कानून तोड़कर, लगातार जनता को भड़काकर अराजकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। हाल ही में कर्नाटक के एक शिक्षण संस्थान में कॉलेज का ड्रेस कोड हटाकर जबरदस्ती मजहबी मान्यताओं को थोपने और इसकी आड़ में देश को तोड़ने की साज़िश रचने का प्रयास किया गया है। कभी कहते हैं कि 15 मिनट के लिए पुलिस हटा लो, कभी उत्तर प्रदेश में आकर पुलिस को धमकाते हैं कि योगी मोदी तुम्हें कब तक बचाएंगे, ऐसे लोगों के खिलाफ जो देश को बांटना चाहते हैं उन पर सरकार को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। भारतीय संविधान के अनुसार 10% से अधिक आबादी वाले पंथ बहुसंख्यक कहलाएंगे अतः जिन पंथों की जनसंख्या कुल आबादी की 10% से अधिक है उन्हें अल्पसंख्यक समाज को दी जाने वाली सुविधाएं क्यों दी जा रही हैं ? जो देश किसी धर्म विशेष के आधार पर चलते हैं जैसे इस्लामिक देश वहां पर अन्य धर्मों के अधिकारों का हनन होता है और वहीं पर अल्पसंख्यक समुदाय जैसी प्रथाएं लागू होती हैं जबकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है यहां सभी को समान अधिकार प्राप्त हैं फिर एक वर्ग विशेष को आम नागरिकों से अधिक सुविधाएं देने की बात क्यों की जाती है ? इन्हीं सब मुद्दों को लेकर हिंदू जागरण मंच द्वारा जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है और आम जनमानस से अधिक से अधिक संख्या में निकल कर वोट देने की अपील की जा रही है।

उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन एवं सरकार से भी समय-समय पर मांग की जाती है कि स्कूलों में सामान्य विद्यार्थी एवं सामान्य शिक्षकों के लिए एक निर्धारित ड्रेस कोड राज्य व संपूर्ण देश में लागू की जाए जिससे पढ़ने वाले विद्यार्थियों व शिक्षकों में आपस में विभेद ना हो वह सभी एक समान रूप से पढ़ लिखकर देश की उन्नति में भागीदार बन पायें। इस दौरान हिंदू जागरण मंच के प्रांत उपाध्यक्ष राजेश नायक, जिला महामंत्री जयदीप खरे, हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष पुरकेष अमरया, आदित्य तिवारी एवं मीडिया प्रभारी अतुल वर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।