अभ्युदय योजना से होगा अनुसूचित जाति के लोगों का भाग्योदय
झांसी। सदस्य, प्रधान मंत्री आदर्श ग्राम योजना, राज्य स्तरीय सलाहकार समिति उ०प्र० शासन, रविशंकर हवेलकर ने उत्तर प्रदेश को बुंदेलखंड, हरित प्रदेश सहित तीन हिस्सों में बांटने की वकालत करते हुए कहा कि इस मांग को वह लोकतांत्रिक तरीके से उठायेंगे। उन्होंने बसोर जाति को राष्ट्रीय धारा में जोड़ने व उनके कल्याण के लिए राष्ट्रीय बम्बू मिशन को आयोग बनाने की मांग करते हुए कहा कि इससे उनके लोगों को प्रतिनिधित्व मिलेगा।

जनपद झाँसी भ्रमण कार्यक्रम के दौरान सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में रविशंकर ने बताया कि अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं, युवाओं, महिलाओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में कहीं न कहीं आवश्यक संसाधनों के अभाव में कोचिंग पढने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है, प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी ने इस समस्या का समाधान करते हुये प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना संचालित की है, जिसमें उच्च शिक्षा की निशुल्क कोचिंग क्लास दी जायेगी तथा बाबू जगजीवन छात्रावास योजना को भी शामिल कर लिया गया है। अनुसूचित जाति वर्ग को व्यवसायी बनाने पर जोर दिया गया है, जिसमें उप्र अनुसूचित वित्त एवं विकास निगम की योजनायें प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के नाम से जानी जायेगी जिसमें अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जातियों के हितों व उनकी रक्षा उत्थान की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति बाहूल्य ग्रामो में गरिमामयी जीवन यापन हेतु समस्त बुनियादी सुविधाओं से युक्त आदर्श ग्राम की स्थापना व उनके सामाजिक आर्थिक उत्थान विकास एवं कौशल विकास परियोजनायें, बुनियादी ढांचे का विकास छात्रावास / आवासीय विद्यालयों का निर्माण शैक्षिक रूप से पिछडे बच्चों के लिये जिसे प्रशिक्षण / कोचिंग लाभार्थी की पत्रता एवं सम्पत्ति के सृजन हेतु व्यवस्था की गई है जिसमें निश्चित आय सीमा नही है. यह तय किया जायेगा कि उसकी वार्षिक आय 2,50,000/- रू प्रतिवर्ष से अधिक नही हो अजीविका परियोजना में निर्माण हेतु लाभार्थी के लिये दिये गये भ्रूण का 50 प्रतिशत या 50000 / रू० प्रदान किया जा सकता है। वित्त निगम में अब 50 प्रतिशत अनुदान व आय सीमा 2 लाख से अधिक है अब अनुसूचित जाति के लोग भी व्यवसायी बन सकते है। भाजपा की सरकार गरीब के सपने पूरे करने का कार्य कर रही है।

हवेलकर ने बताया कि 24 जुलाई को शहनाई गार्डन खैलार झाँसी में वंचित समाज अनुसूचित समाज कल्याण महासमिति द्वारा आयोजित बुन्देलखण्ड राज्य सामाजिक जागरूकता सम्मेलन में भाग लेने आये हैं। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गुरु विसम्भर दास वैदान्ति राष्ट्रीय प्रचारक आरआर.एस., अशोक मेढे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा0 अम्बेडकर फाउण्डेशन भारत सरकार, डा० रामबाबू हरित पूर्व अध्यक्ष अनुसूचित जाति जनजाति आयोग उप्र, उमेश प्रमपुरे राष्ट्रीय अध्यक्ष महादलित परिसंघ, चन्दन लाल वाल्मिकी राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष महा दलित परिसंघ प्रतिभाग हेतु आमंत्रित है।