– “देशी पलटन” प्रा.लि. कम्पनी नवोदित प्रतिभाओं को अवसर के लिए पुल बनेगी 

झांसी। “वास्तव में दिल-दिमाग को छू कर झकझोरने वाली कहानियां छोटे शहरों-गांव के घर-गलियारों, चौवारों के इर्दगिर्द ही हैं, किन्तु उनकी महक को माया नगरी मुंबई तक पहुंचाने वाले टेलेण्ट को न सही मंच मिल पाता है और न रास्ता। इसलिए आर्गेनिक/आरीजनल कहानियों  की महक गुम हो रही है। टेलेंट को जड़ों पर ही रह कर आसपास की कहानियों की महक को फ़ैलाने के लिए “देशी पलटन” कम्पनी ब्रिज बनेगी ताकि टेलेंट गुम न हो जाएं।”

“देशी पलटन” प्रा.लि. कम्पनी के निदेशक झांसी के आयुष तिवारी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें किसी ने रास्ता नहीं बताया, किंतु उन्होंने स्वयं रास्ता तलाश कर मुकाम हासिल किया पर वह नवोदित कहानीकारों को ब्रिज का काम करने झांसी आए हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि गीत लेखन की अपेक्षा कहानी लेखन में अधिक अवसर व पैसा है। उन्होंने दावा किया कि फिल्मी कहानियों में हिन्दू धर्म-संस्कृति व इतिहास पर कंट्रोवर्सी जानबूझ कर नहीं डाली जाती, बाद में सवाल खड़े किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि दर्शकों ने कापी पेस्ट कहानियों को नकारना शुरू कर दिया है। अब मौलिकता में रची बसी कहानियां रिकार्ड बना रही हैं और बालीवुड सोचने को मजबूर हैं।

जिंदगी में कुछ कर गुजरने की तमन्ना लिए आयुष की झांसी से शुरू हुई “कोशिश” यात्रा ने माया नगरी मुंबई बॉलीवुड में ऐसा पड़ाव डाला की “कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो” की कहावत को चरितार्थ कर गया। वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञानेंद्र तिवारी के सुपुत्र आयुष तिवारी की ग्रेजुएशन तक की शिक्षा झांसी में हुई और इसके बाद इन्दौर म०प्र० में एम.बी.ए. की शिक्षा ग्रहण कर गीतकार व कहानीकार के रूप में साहित्यिक जीवन की शुरूआत की। खट्टे मीठे अनुभव के साथ आयुष तिवारी पिछले 17 वर्षो से मुम्बई में राईटर के रूप में कार्य करते हुए मुकाम पर पहुंचे हैं।

शुरूआती दौर में आयुष ने विज्ञापन कम्पनी में कॉपी राईटर के रूप में काम किया। इसके उपरान्त रेडियों मिर्ची व अन्य रेडियो चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य कर पुरस्कार से सम्मानित रेडियों प्रोग्राम “यादों का इडियट बाक्स” प्रसिद्ध कहानीकार नीलेश मिश्रा के साथ लिखा। साथ ही अमेजन प्राइम की चर्चित बेबसीरीज “चाचा विधायक हैं हमारे” सीजन-1 और सीजन-2 के मुख्य लेखक रहे। वर्तमान में “अकेली” नाम की पिक्चर के लिये डॉयलॉग लिखे हैं, जिसकी हाल में उज्बेकिस्तान में शूटिंग हुई। टीवी शो जैसे लाईफ ओके पर “बावरे”, एमटीवी पर “फनाह” सीजन-2 बिग मैजिक का “प्यार मैरिज श.श.श.” सब टीवी पर “चिड़ियाघर”, जीटीवी का “नीली छतरी वाले”, सब टीवी पर “बीच वाले” लिखे हैं साथ ही इंग्लिश चैट शो “लव लाफ लिव शो” सीजन-1 सीजन 2 सीजन-3 एवं एमटी 20 भी लिखा। आयुष ने इस कार्य को आगे बढ़ाते हुये अपनी लगन, परिश्रम से वर्ष 2019 में राईटर लेड कम्पनी “देशी पलटन” की शुरूआत की। वर्तमान में नियमित रूप से 12 से अधिक लेखक एक टीम के रूप में लेखन का कार्य कर रहे हैं। जिसमें से ज्यादातर सहयोगी राईटर देश के विभिन्न शहरों से हैं।

देशी पलटन कम्पनी को प्रारम्भ करने का उद्देश्य रचनात्मक लेखकों को देश के विभिन्न क्षेत्रों से शामिल करना है जो अपने दिल से देेशी कहानियों को लिख सकें। वे समझते है कि सर्वोत्तम कहानीकार का देश के छोटे शहरों एवं गांव से ही आते हैं। इस प्रयास में उ०प्र० म०प्र०, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल के कुछ साथी इस लेखन कार्य में साथ में जुड़े हुये हैं। उनका उद्देश्य नवीन रक्त (युवक एवं युवतियों) को मनोरंजन उद्योग को समझने और उसमें अपना भविष्य बनाने और सीखने के लिये है। जिससे सर्वोत्तम कहानियां उनके माध्यम से सही जगह तक पहुंचे और दर्शकों को सही मनोरजन प्राप्त हो सके।

उन्होंने बताया कि वह चाहते हैं कि यहां के युवा छात्रों से जो लेखन के कार्य में रूची रखते हों उन्हें लेखन कार्य में मौजूद अवसरों और इसकी विभिन्न विधाओं से परिचित कराया जा सके। इसके तहत उन्होंने बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी में मास कम्युनिकेशन विभाग में एवं बिपिन बिहारी महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं से रूबरू होकर विचारों का आदान प्रदान किया। अंत में अधिवक्ता ज्ञानेंद्र तिवारी ने आभार व्यक्त करते बताया कि नवोदित निम्न पर संपर्क कर सकते हैं।

DESI PALTAN ENT. PVT. LTD. [email protected] [email protected]