ग्वालियर। उमरे के दौरान झांसी मंडल अंतर्गत सॉक स्टेशन अप होम सिगनल पर 25 अक्टूबर को सायं 19.12 बजे दुखद हादसा हो गया। इस घटना में रेसुब मुरैना पोस्ट से सांक स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान आरपीएफ के दो हेड कांस्टेबल की ट्रेन नंबर 12270 दूरंतो एक्सप्रेस की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई।

बताया गया है कि 25 अक्टूबर को 19.30 बजे डिप्टी पंच्युल्टी झांसी ने सूचना दी कि सॉक स्टेशन अप होम सिगनल पर गाड़ी सं0 12270 से दो व्यक्ति रन ओवर हो गये हैं। इस सूचना पर तत्काल निरीक्षक रे0सु0ब0 पोस्ट मुरैना मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। इस दौरान पता चला कि रेसुब मुरैना पोस्ट से सांक स्टेशन पर पीटीएल ड्यूटी हेतु आए प्रधान आरक्षी नवराज सिंह, निवासी-बड़ोत जिला-शामली उत्तर प्रदेश व प्रधान आरक्षी अशोक कुमार निवासी जिला-जालौन, उत्तर प्रदेश ड्यूटी के दौरान समय 19:12 बजे किलोमीटर नंबर 1254/7-9 के मध्य गाड़ी संख्या 12270 दूरंतो एक्सप्रेस से रन ओवर हो गए, जिनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई I यह घटनाक्रम उस समय घटित हुआ जब वह दोनों ग्वालियर से मुरैना जा रही पैसेंजर ट्रेन को चैक कर रहे थे।

इस सूचना पर घटनास्थल पर वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त झॉसी तथा सहायक सुरक्षा आयुक्त ग्वालियर मौके पर पहुंच गए और घटनाक्रम की जानकारी ली।

ट्रेन के इंजन में फंस गई थी राइफल

हादसे को लेकर एक अन्य बात भी सामने आई कि पैसेंजर ट्रेन को चेक करने के बाद जब दोनों जवान ट्रैक पर पेट्रोलिंग कर रहे थे, तो पीछे से आ रही दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन में जवान अशोक भाटिया की राइफल फंस गई। जिसके चलते वे ट्रेन के साथ 100 मीटर तक घिसटते हुए चले गए। घटना के बाद उनकी राइफल ट्रेन के इंजन में ही फंसी मिली।

2 महीने पहले ही मुरैना में हुई थी पोस्टिंग
अशोक कुमार के भतीजे कुलदीप सिंह ने मीडिया को बताया कि चाचा की नौकरी को पांच साल ही बचे थे। वे मुंबई RPF में भी पदस्थ रहे। वहां से झांसी और धौलपुर में उनकी पोस्टिंग हुई। दो महीने पहले ही मुरैना में पोस्टिंग हुई थी।