झांसी। दस दिनों से लापता युवक का शव सोमवार को बेतवा नदी में उतराता मिला है। पुलिस ने शव को बाहर निकलवा कर शिनाख्त कराई।

सोमवार को बरुआसागर थाना पुलिस को सूचना मिली कि बेतवा नदी में एक शव उतारा रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को बाहर निकलवाया। शव की शिनाख्त लगभग 21 वर्षीय संतोष पुत्र भागीरथ निवासी लाड़गंज मऊरानीपुर के रुप में हुई।

परिजनों ने बताया कि 19 जनवरी को संतोष काम की कह कर घर से निकला था। इसके बाद घर नहीं लौटा। 19/20 जनवरी को उसकी बाइक बेतवा नदी किनारे मिली थी। इसके बाद परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना मऊरानीपुर थाने में दी थी। जिसकी शिकायत के आधार पर गुमशुदगी दर्ज है। अभी उसकी खोजबीन चल रही थी कि तभी उसका शव मिल गया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मृतक के बड़े भाई अशोक ने बताया कि संतोष और एक रिश्तेदार की बेटी के बीच प्रेम संबंध थे। परिवार के लोगों को छह माह पहले इसकी जानकारी हुई थी। इस पर संतोष को समझाकर छोटे भाई के पास दिल्ली भेज दिया था। ढाई महीने वहां रहकर वह 12 जनवरी को परीक्षा देने के लिए यहां लौट आया था। 19 जनवरी को लड़की की मां का फोन आया था। वह कह रहीं थीं कि उनकी लड़की संतोष से शादी करना चाहती है। जब संतोष से पूछा कि फिर दोनों के बीच बात होने लगी है, तो वह कुछ नहीं बोला। भाई ने बताया कि वह उसी दिन लड़की के घर जाकर शादी से मना कर आया था। लौटकर आने पर संतोष घर पर नहीं मिला था। दस दिनों तक लगातार उसकी तलाश की जाती रही। सोमवार को उसका शव नदी में मिला।
हाथ पर लिखे ओम से हुई पहचान
संतोष का नदी में पड़ा शव फूल गया था। इसके अलावा उससे बदबू आ रही थी। उसकी लाश को पहचानना परिजनों के लिए भी आसान नहीं था। उसके हाथ पर लिखे ओम और पैर में बंधे धागे से उसकी पहचान की गई। इसके अलावा शव की तलाशी में उसकी जेब से बाइक की चाबी भी बरामद हो गई। बता दें कि मृतक संतोष चार भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था।