झांसी । 30 जून को उत्तर मध्य रेलवे, झाँसी मंडल के झांसी – बीना खंड के तीसरी लाइन पर करोंदा स्टेशन पर संस्थापित पैनल इंटरलॉकिंग के स्थान पर स्टैण्डर्ड III इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया है। उक्त संस्थापन कार्य के पूर्ण होने से ट्रेनों का सञ्चालन में सुगमता के साथ ट्रेनों को गति मिलेगी । इस संस्थापन से 45 रूट्स की उपलब्धता होगी । इसके साथ ही 16 प्वाइंट मशीन जिसमें 12 मेन लाइन और 4 थर्ड लाइन पर, 28 मेन सिग्नल जिसमें 15 मेन लाइन और 13 थर्ड लाइन के साथ ही फ्यूज अलार्म सिस्टम भी लगाया गया है। उक्त प्रणाली में 04 कालिंग ऑन सिग्नल्स का प्रावधान किया गया है, जिसमें 02 मेन लाइन तथा 02 थर्ड लाइन हेतु उपलब्ध है | इसके साथ ही डाटा लॉगर भी लगाया गए है।
इससे पूर्व करोंदा स्टेशन पर पैनल इंटरलॉकिंग की व्यवस्था थी, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग पैनल इंटरलॉकिंग के मुकाबले संरक्षा की दृष्टि से ज्यादा भरोसेमंद प्रणाली है | मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के कुशल मार्ग-दर्शन और वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर (समन्वय)अमित गोयल तथा वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ल के नेतृत्व में अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य परिचालन विभाग के उचित समन्वय से लक्षित समय के अंदर सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया I

उक्त संस्थापन कार्य के दौरान मुख्य सिग्नल इंजीनियर पीके वर्मा, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर (मेन लाइन) विष्णु गुप्ता, उप मुख्य सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजिनीयर(निर्माण) आशीष सैनी, सहायक सिग्नल व दूरसंचार इंजीनियर/ललितपुर विवेक मिश्र के साथ पर्यवेक्षक तथा परिचालन और सिग्नल कर्मचारियों द्वारा अहम् भूमिका निभायी गयी है |