भीड़भाड़ में कोच से उतरते समय हेण्डबैग की चैन खोल कर पर्स उड़ाया 

झांसी। झांसी स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक पर ट्रेन के रुकने पर कोच के गेट से भीड़ से निकलते का प्रयास कर रही महिला के हेण्ड बैग की चैन खोल कर लाखों रुपए कीमत के सोने के आभूषण व 6 हजार रुपए से भरा पर्स उड़ा दिया।

दरअसल, विवेकानंद बिहार कानपुर निवासी दीक्षा गुप्ता पत्नी श्याम जी गुप्ता सोमवार को अपनी गोद में बच्चे व भाई के साथ ग्वालियर स्टेशन से ट्रेन नंबर 1278 निज़ामुद्दीन मैसूर एक्सप्रेस के कोच एस-7 में सवार होकर झांसी आ रही थी। वह कंधे पर हेण्ड बैग लटकाए थी। इस बैग में उसने छोटे पर्स में लगभग 5-6 तोला के आभूषण व 6 हजार रुपए रखे हुए थे। उन्हें झांसी से ट्रेन बदल कर कानपुर जाना था।

ट्रेन के झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंचने के पूर्व दीक्षा गोद में बच्चे को लेकर कोच के गेट पर खड़ी हो गई। इस दौरान हेण्ड बैग कंधे पर लटका था। ट्रेन के रुकने पर दीक्षा अपने बच्चे व भाई के साथ नीचे उतर गई। इस दौरान जब उसकी नज़र बैग पर गयी तो उसकी चैन खुली दिखाई दी। इस पर उसने बैग में देखा तो उसमें रखा लगभग ढाई लाख रुपए के आभूषण व नगदी वाला पर्स गायब था। यह देख कर वह घबराकर रोने लगी।

इस मामले की सूचना उसने जीआरपी थाने में दी। जीआरपी ने छानबीन की और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, किंतु हेण्ड बैग खोल कर पर्स निकालने का कोई सुराग नहीं लगा। मामले की जांच की जा रही है। महिला का रो रो कर बुरा हाल है। जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।